
नई दिल्ली। भारत में स्वदेशी संचार प्रौद्योगिकियों को मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) और सीएसआईआर–नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी (एनपीएल) ने क्लासिकल और क्वांटम संचार प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में सहयोगात्मक अनुसंधान को बढ़ावा देने हेतु एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
यह साझेदारी क्वांटम कुंजी वितरण (क्यूकेडी), एकल-फोटॉन स्रोत और डिटेक्टर, ईआईटी आधारित क्वांटम सिस्टम, तथा एफपीजीए नियंत्रित इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उच्च तकनीक वाले क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करेगी। साथ ही, क्वांटम संचार प्रणालियों के मानकीकरण और उनके वर्गीकरण पर भी कार्य किया जाएगा।
दीर्घकालिक सहयोग का उद्देश्य
समझौते का मुख्य उद्देश्य अगली पीढ़ी की संचार तकनीकों के अनुसंधान, नवाचार और मानकीकरण को लेकर एक दीर्घकालिक सहयोगी ढांचा तैयार करना है।
जहां सी-डॉट के पास नेटवर्क प्रोटोकॉल, आईओटी, एम2एम और क्वांटम संचार जैसे क्षेत्रों में गहन विशेषज्ञता है, वहीं सीएसआईआर-एनपीएल मापन विज्ञान और राष्ट्रीय मानकों की संरचना में अपनी अग्रणी भूमिका निभाता है। दोनों संस्थानों की यह साझेदारी वैज्ञानिक क्षमता और रणनीतिक आत्मनिर्भरता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
शोध, प्रशिक्षण और ज्ञान साझाकरण
सिर्फ तकनीकी विकास ही नहीं, यह समझौता शैक्षणिक आदान-प्रदान, संयुक्त कार्यशालाओं, सेमिनारों और शोधार्थियों की सहभागिता को भी प्रोत्साहित करेगा। इस सहयोग से शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों को नई तकनीकों को समझने और व्यवहार में उतारने के अवसर मिलेंगे। साथ ही, बौद्धिक संपदा अधिकारों और डेटा साझाकरण को लेकर स्पष्ट दिशानिर्देश भी तय किए जाएंगे।
सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय का वक्तव्य
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह में सी-डॉट के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने कहा,"क्वांटम संचार आने वाले समय में डेटा सुरक्षा और सूचना बुनियादी ढांचे की अखंडता सुनिश्चित करने का आधार बनेगा। एनपीएल के साथ यह साझेदारी न केवल तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत को अग्रणी बनाने का माध्यम भी है।"
एनपीएल निदेशक प्रो. अचंता का कहना
सीएसआईआर-एनपीएल के निदेशक प्रो. वेणुगोपाल अचंता ने भी इस सहयोग को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा,"भारत की वैश्विक स्थिति को क्वांटम सुरक्षित संचार प्रौद्योगिकी में मजबूत करने हेतु यह साझेदारी अत्यंत आवश्यक है। इससे 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' जैसे अभियानों को भी बल मिलेगा।"
समारोह में उपस्थित रहे अधिकारी
समझौता ज्ञापन पर हुए औपचारिक हस्ताक्षर समारोह में सी-डॉट की कार्यकारी उपाध्यक्ष शिखा श्रीवास्तव, एनपीएल के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. एस. आर. धकाते, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पूनम अरोड़ा, डॉ. परमिता गुहा और दोनों संस्थानों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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