
उदयपुर। आजादी के 79वें वर्ष के उपलक्ष्य में जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय और 02 राज आर एण्ड वी नवानिया, 10 राज बटालियन एनसीसी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में 500 विद्यार्थियों को राष्ट्रीय ध्वज वितरित किए गए और एक तिरंगा रैली निकाली गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत और प्राचार्य प्रो. सरोज गर्ग ने किया। रैली शुरू होने से पहले, एनसीसी कैडेट्स और अन्य विद्यार्थियों ने देश की आन, बान और शान को बनाए रखने की शपथ ली। इस दौरान कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भारत की राष्ट्रीय एकता, शांति, समृद्धि और विकास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें लाखों कुर्बानियों के बाद मिला है और इसे पूरे उत्साह के साथ मनाया जाना चाहिए।
प्रो. सारंगदेवोत ने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्वतंत्र बनें, लेकिन स्वच्छंद न बनें। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने घर पर तिरंगा फहराना चाहिए और हम सभी में राष्ट्रीयता की भावना होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि तिरंगा न केवल हमारी स्वतंत्रता और गौरव का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी एकता और अखंडता का भी प्रतीक है। यह उन महान बलिदानियों के प्रति सम्मान का भी प्रतीक है जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया।
इस कार्यक्रम में डॉ. अमी राठौड़, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. रचना राठौड़, डॉ. भूरालाल श्रीमाली सहित विश्वविद्यालय के कई शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारी और विद्यार्थी मौजूद रहे। सभी ने पूरे सम्मान के साथ ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत अपने घरों पर तिरंगा फहराने की शपथ ली।
About Author
You may also like
-
देश–दुनिया में राजनीति, खेल, मौसम : क्रिकेट इतिहास में आठ बॉल पर आठ छक्के, 11 बॉल पर फिफ्टी —आज की बड़ी खबरें एक जगह
-
नेविगेटिंग स्पेसेज फॉर पब्लिक एंगेजमेंट ड्राफ्ट रिपोर्ट जारी : पर्यावरण सुरक्षा व झील संरक्षण के नागरिक प्रयास पूरे देश के लिए अनुकरणीय
-
बर्थडे शो : कर्मचारियों, व्यापारियों, मित्रों में खिलता ‘कमल’
-
देश-दुनिया की बड़ी खबरें: निवेश चेतावनी, राजनीतिक आरोप, प्रदूषण संकट, अंतरराष्ट्रीय तनाव और वैशिक उथल-पुथल
-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी से चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरूआत की