
हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के तिरुपति में प्रसिद्ध भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के पास बुधवार रात भगदड़ मचने से छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टोकन वितरण किया जा रहा था।
कैसे हुआ हादसा?
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टिकट लेने के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। तिरुमाला हिल्स स्थित इस पवित्र स्थल पर दर्शन के लिए देशभर से सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे थे। टिकट वितरण के दौरान धक्का-मुक्की होने लगी, जिससे भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई।
घायलों का हाल
इस हादसे में कई लोग घायल हुए हैं। प्रशासन ने तुरंत घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

मुख्यमंत्री ने जताया शोक
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट कीं और घायलों के बेहतर इलाज का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस घटना की जांच करने और भीड़ प्रबंधन में सुधार के निर्देश दिए हैं।
वैकुंठ द्वार दर्शन की पृष्ठभूमि
10 जनवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं। इस दौरान वैकुंठ द्वार खोलने की परंपरा है, जिसे धार्मिक रूप से अत्यंत शुभ माना जाता है।
प्रशासन की तैयारियों पर सवाल
यह घटना प्रशासन की तैयारियों और भीड़ प्रबंधन पर सवाल खड़े करती है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस आयोजन में भाग लेते हैं, ऐसे में सुरक्षा इंतजाम और बेहतर भीड़ नियंत्रण की आवश्यकता को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।
अगला कदम
सरकार ने इस घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। प्रशासन द्वारा भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की योजना बनाई जा रही है।
श्रद्धालुओं और प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार से ही ऐसे हादसों को रोका जा सकता है।
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