साज़ ओ आवाज़ का जादू : उदयपुर में पला, देशभर में छा गया आदिज इमरान का नया नग़्मा


उदयपुर। उदयपुर की सरज़मीन, जहां झीलें फ़िज़ा से बातें करती हैं और हवाएं राग छेड़ती हैं, वहीं से निकला है एक और सुरों का सौदागर—फ़िल्म डायरेक्टर आदिज इमरान, जिनका ताज़ातरीन नग़्मा “मुझे याद आ रहे हो” आज रिलीज़ होते ही महज़ आधे घंटे में इंस्टाग्राम पर ट्रेंड करने लगा।

ये ग़ज़लाना अंदाज़ में पेश किया गया गीत सिर्फ़ एक म्यूज़िकल वीडियो नहीं, बल्के एक एहसास है… एक ऐसा जज़्बा, जो यादों की गलियों में ले जाता है।

इस गीत की शान को और बढ़ाया है उदयपुर के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मोहम्मद हसनैन और कोलकाता की हुस्न-ए-ताजदार, मिस कोलकाता रह चुकीं नफ़ीसा ख़ान ने, जिन्होंने ना सिर्फ़ अपने किरदारों को जिया बल्कि परदे पर मुहब्बत और जुदाई की लज़्ज़त को एक हक़ीक़त का रूप दिया।

गाने के बोलों को बॉलीवुड के मशहूर लेखक जयेश खटवानी ने बड़े ही ख़ूबसूरत लफ़्ज़ों में पिरोया है, वहीं ईशान सुथार की कम्पोज़िशन ने गीत को रूहानी लिबास पहनाया है।

उदयपुर के विभिन इलाक़ों में की गई शूटिंग में नज़र आते हैं शहर के चहेते कलाकार यश बुनकर और नदीम छिपा, जिन्होंने कैमरे के सामने ऐसा असर छोड़ा कि हर फ्रेम में उदयपुर की रूह नज़र आई।

अभिनेत्री नफ़ीसा ख़ान कहती हैं – “उदयपुर जितना सुना था, उससे कहीं ज़्यादा दिलकश और मोहक है। मुझे फ़ख्र है कि मेरा गाना पूरे हिंदुस्तान में ट्रेंड कर रहा है।”

वहीं मोहम्मद हसनैन का जज़्बाती बयान सुनिए – “अगर मेरी वजह से मेरे शहर का नाम रोशन होता है, तो इससे बड़ा इज़्ज़त का ताज क्या हो सकता है। मैं चाहता हूँ कि उदयपुर का हर फनकार ऐसे ही मेवाड़ की आन-बान-शान बढ़ाता रहे।”

इस गीत ने ये साबित कर दिया कि जब हुनर और दिल एक साथ धड़कते हैं, तो संगीत सरहदें पार कर जाता है। “मुझे याद आ रहे हो” न सिर्फ़ एक गाना है, ये उदयपुर की मिट्टी की ख़ुशबू और यहां के कलाकारों के ख्वाबों की ताबीर है।

संगीत के इस जादुई सफ़र में आप भी शरीक होइए, और महसूस कीजिए वो हर धड़कन जो इस गीत में बसती है।

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