
उदयपुर। वन विभाग, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ इंडिया व ग्रीन पीपल सोसाइटी उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित टाइगर फेस्टिवल का समापन मंगलवार को चेतक सर्कल स्थित वन भवन परिसर में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल रहे, जबकि अध्यक्षता मुख्य वन संरक्षक सुनील छिद्री ने की। विशिष्ट अतिथि उप वन संरक्षक अजय चित्तौड़ा, मुकेश सैनी, उप वन संरक्षक उदयपुर व डीसीएफ डब्ल्यूपीओ अशोक कुमार महरिया भी उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि कलक्टर पोसवाल ने बाघ संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम को उपयोगी बताया और विभिन्न प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ रहे प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। मुख्य वन संरक्षक छिद्री ने बाघ संरक्षण पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान एवं अपने फील्ड एक्सपीरियंस के बारे मे बताया। डीएफओ मुकेश सैनी ने सरिस्का और रणथंभौर टाइगर रिजर्व पर आधारित एक आकर्षक फिल्म की स्क्रीनिंग प्रस्तुत की। एक विशेष खंड में विभिन्न स्कूलों के 20 छात्र-छात्राओं को उनकी टाइगर पर आधारित उत्कृष्ट चित्रकला के लिए सम्मानित किया गया। बाघ संरक्षण पर डॉ. सतीश कुमार शर्मा का विशेष व्याख्यान हुआ।
उप वन संरक्षक देवेंद्र कुमार तिवारी ने इस दो दिवसीय आयोजन के तहत हुई विभिन्न गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया की ओर से एक स्पोकन वर्ड कॉम्पोज़िशन, “एक ख़त जज़्बात का।“ फिल्म “किंगडम ऑफ टाइगर्स“ की स्क्रीनिंग में बाघ संरक्षण के बारे में बताया।
कार्यक्रम मे नेशनल टाईगर कन्जर्वेशन ऑर्थोरिटी के सदस्य राहुल भटनागर, सेवानिवृत डीएफओ सुहेल मजबूर, प्रताप सिंह चुण्ड़ावत, वीएस राणा, राजेन्द्र सिंह चौहान एवं डॉ.ललित जोशी एवं प्रसिद्व पर्यावरण विद् एवं वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ सतीश कुमार शर्मा शामिल थे। संचालन अरुण सोनी और एंकर माला कुंदरा ने किया।
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