
उदयपुर। मुस्लिम महासंघ की ओर से आयोजित प्रतिभा खोज फुटबॉल प्रतियोगिता 2025 का शुभारंभ आज उदयपुर के गांधी ग्राउंड में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई, जिसमें अनुशासन और देशभक्ति की मिसाल पेश की गई।
प्रतियोगिता में कुल 8 टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें 14 से 30 वर्ष की आयु वर्ग के प्रतिभावान खिलाड़ियों ने अपना दमखम दिखाया। पहले दिन के रोमांचक मुकाबलों में प्रिंस क्लब ने नूर स्टार क्लब को एकतरफा खेल में 4-0 से हराया, जबकि वोरटेक्स क्लब ने अल वहिद क्लब को कड़े संघर्ष में 1-0 से मात दी। वहीं तीसरे मुकाबले में उदयपुर स्टार क्लब ने सेवन स्टार क्लब को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से शिकस्त दी।
प्रदेश उपाध्यक्ष सैयद दानिश अली ने बताया कि प्रतियोगिता का उद्देश्य मुस्लिम समाज में छिपी खेल प्रतिभाओं को सामने लाना और उन्हें एक मंच प्रदान करना है। प्रदेश अध्यक्ष मुहम्मद हनीफ खान ने कहा, “फुटबॉल न केवल शारीरिक रूप से फिट रखता है, बल्कि यह आत्मविश्वास, अनुशासन और टीम भावना जैसे जीवन मूल्यों को भी विकसित करता है।”
मैचों का संचालन फुटबॉल कोच शकील अहमद और रेफरी विपुल प्रथम एवं अंकित के मार्गदर्शन में किया गया। खिलाड़ियों में ऊर्जा और खेल भावना देखते ही बन रही थी।
इस अवसर पर मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी मोहम्मद बख्श साहब, पूर्व खेल अधिकारी शकील हुसैन, पार्षद हिदायतुल्ला, पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी सलीम मुहम्मद, सरदार खान, चिरंजीवी लाल, इरशाद खान, सैयद इरशाद अली, फिरदोस सर, तोकीर रजा, नज़र मुहम्मद, अय्यूब भाई, मुहम्मद ज़ाहिद खान, सादाब खान, रेहान आलम और आसिफ छिपा सर समेत समाज के अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
मुस्लिम महासंघ उदयपुर की यह पहल न सिर्फ खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि सामाजिक समरसता और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की नींव भी है।
About Author
You may also like
-
उदयपुर में मई में बेमौसम बारिश : पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय तंत्र का मिला-जुला असर
-
मन और शरीर के संतुलन से ही होता है स्वास्थ्य का संरक्षण : आयुर्वेद का दृष्टिकोण
-
भारतीय मूल की अनीता आनंद बनीं कनाडा की विदेश मंत्री, इतिहास रचने वाली पहली हिंदू महिला
-
हिंद जिंक स्कूल, ज़ावर का बोर्ड परीक्षा में शानदार प्रदर्शन : बारहवीं में हर्षिता सिन्हा, दसवीं कक्षा में प्राची मीणा टॉपर
-
“सिंधी रसोई” दस दिवसीय शिविर : स्वाद में छिपी यादें, संस्कृति में बसी आत्मा