गुजरात में भारी बारिश से बाढ़ का कहर, 23,000 से अधिक लोग विस्थापित

अहमदाबाद – गुजरात में पिछले 36 घंटों में मूसलाधार बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। राज्य की 15 नदियां, 21 झीलें, और कई बांध उफान पर हैं, जिससे कई इलाकों में पानी भर गया है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

मोरबी के टंकारा में पिछले 24 घंटों में 347 मिमी बारिश हुई है, जबकि पंचमहल के मोरबा हदफ में 346 मिमी, खेड़ा के नडियाद में 327 मिमी, आणंद के बोरसद में 318 मिमी, और वडोदरा तालुका में 316 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इन इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है, और कई क्षेत्रों में जलभराव से हालात बिगड़ गए हैं।

राज्य भर में अब तक 23,871 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिसमें सबसे अधिक संख्या पंचमहल जिले से है। वड़ोदरा और जामनगर जिलों में हालात सबसे खराब हैं, जहां वड़ोदरा के निचले इलाकों से 8,361 लोगों को निकाला गया है और जामनगर में करीब 70 लोगों को बचाया गया है। भारतीय वायुसेना ने वाडी इलाके में फंसे 11 लोगों को सुरक्षित निकाला है। मोरबी जिले में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली नदी में गिरने से कई लोग लापता हो गए हैं।

अब तक राज्य में दीवार गिरने, डूबने और पेड़ गिरने की घटनाओं में सात लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्र सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना की 6 टुकड़ियां तैनात की हैं, जो द्वारका, आनंद, वडोदरा, खेड़ा, मोरबी, और राजकोट में काम कर रही हैं। इसके अलावा, एनडीआरएफ की 14 प्लाटून और एसडीआरएफ की 22 प्लाटून भी आपदा प्रबंधन में लगी हुई हैं।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में बाढ़ के हालात पर चर्चा की और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पीएम मोदी हालात पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।

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