सीएमआर पर आत्मदाह की चेतावनी : वादे के बाद भी सीएम अगर mpuat के प्रोफेसरों को नियमित पेंशन नहीं दिलवा सके तो ओपीएस जैसी घोषणा के भी कोई मायने नहीं रह जाएंगे

उदयपुर। मुख्यमंत्री द्वारा बजट भाषण में राज्य सरकार द्वारा कृषि विश्वविद्यालय पेंशनर्स को राजकोष से नियमित पेंशन की घोषणा के बावजूद आदेश जारी नहीं किए गए हैं। इससे क्षुब्ध कर्मचारी द्वारा 15सितंबर को मुख्यमंत्री आवास जयपुर के बाहर आत्मदाह करने की चेतावनी की चेतावनी दी है।

इस संबंध में एमपीयूएटी पेंशनर्स वेलफेयर सोसाइटी की मासिक बैठक प्रसार शिक्षा निदेशालय सभागार में संपन्न हुई।

बैठक में अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र कुमार भटनागर ने सभी पेंशनर्स का स्वागत करते हुए पिछले माह विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन पर दिए गए धरने और कुलपति से हुई वार्ता के बारे में बताया। अभी पेंशनर सोसाइटी प्रतिनिधिमंडल द्वारा उदयपुर के नव नियुक्त जिला कलेक्टर व नगर विकास प्रन्यास अध्यक्ष अरविन्द पोसवाल के स्वागत तथा उनसे हुई सकारात्मक वार्ता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुराने जिलाधीश ताराचंद मीणा के ट्रांसफर के कारण यूआइटी द्वारा पांच करोड़ राशि की फाइल पर हस्ताक्षर नहीं हो पाए थे। उस फाइल पर नए जिला कलेक्टर ने तुरंत हस्ताक्षर कर प्रोसेस कर दिया तथा मुख्यमंत्री की स्वीकृति के बाद सितंबर, अक्टूबर,नवंबर 2022 तीन माह की राशि पंद्रह करोड़ विश्वविद्यालय को देय थी। उस बारे में भी विस्तार से बात कर फाइल प्रोसेस प्रारंभ करवाया गया।

अध्यक्ष भटनागर ने आज संभागीय आयुक्त कार्यालय पर प्रस्तावित धरने में पेंशनर्स की सहभागिता बाबत जनरल हाउस से राय मांगी तो सभी ने सर्व सम्मति से,मासिक बैठक उपरांत धरने में सम्मिलित होने बाबत स्वीकृति दी।

संगठन मंत्री रामेश्वर शर्मा ने कुछ लोगो द्वारा व्हाट्सएप पर अनावश्यक और भ्रमित करने वाली पोस्टों पर रोक लगाने की आवश्यकता बताई और रोष व्यक्त किया कि अनेक लोग जो किसी बैठक में नही आते हैं और दिन भर व्हाट्सएप पर अनावश्यक बाते करते रहते हैं।

उपाध्यक्ष पीसी कंटालिया ने अध्यक्ष भटनागर और वर्तमान कार्यकारिणी द्वारा किए जा रहे कार्यों और मेहनत की प्रशंसा करते हुए न्यायालय में चल रहे केस बाबत जानकारी दी। यूनिवर्सिटी द्वारा पेंशन कार्यों के लिए एक फूल टाइम क्लर्क लगाने की मांग की।

अध्यक्ष भटनागर ने आरजीएचएस में वर्तमान में आ रही विविध समस्याओं के समाधान के लिए वित्त विभाग उच्चाधिकारी श्रीमती हेमपुष्पा शर्मा से हुई वार्ता की जानकारी दी तथा कहा कि वर्तमान में 23 बोर्ड निगम विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों को दिक्कतें हो रही हैं जिनके शीघ्र समाधान हेतु राज्य सरकार कार्यवाही कर रही है।

शकोमल सिंह राठौड़ ने पचहत्तर वर्ष आयु पर दस प्रतिशत पेंशन बढ़ाने बाबत आदेश को विश्वविद्यालय में लागू करवाने की मांग की।

गिरधारीलाल बारहठ ने पेंशनर सोसाइटी द्वारा किए जारहे कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए, विश्वविद्यालय के कुछ कर्मचारियों द्वारा पेंशनर्स के साथ किए जाने वाले निष्ठुर व्यवहार की निंदा करते हुए सहृदय लोगो को पेंशन संबंधी कार्यों में लगाने की मांग की।

उपाध्यक्ष कंठालिया ने पेंशनरों के कार्यों में असहयोग करने वाले कर्मचारियों को बांसवाड़ा ट्रांसफर करने की मांग की।

पेंशनर सोसाइटी प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा लगातार दो वर्षो के बजट में राज्य कोष से पांचों कृषि विश्वविद्यालय के पेंशनर्स को पुरानी पेंशन देने की घोषणा करने के बावजूद अभी तक आदेश जारी नहीं करने पर अत्यंत क्षोभ जताते हुए, 14 सितंबर 2023 तक इस बाबत स्पष्ट आदेश जारी नही करने पर ,15 सितंबर 2023 को जयपुर स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की चेतावनी दी।

सोलंकी द्वारा 15 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह की चेतावनी के उपरांत उपाध्यक्ष डॉक्टर कंठलिया ने इसी सप्ताह होने वाली एक्जीक्यूटिव मीटिंग में ,इस पर विस्तृत विचार विमर्श करने हेतु कहा।

अध्यक्ष डॉक्टर सुरेंद्र कुमार भटनागर द्वारा बैठक के अंत में सभी उपस्थित पेंशनर्स को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए संभागीय आयुक्त कार्यलय पर धरने में आने हेतु पुनः अनुरोध किया गया।

बैठक के उपरांत पेंशनर सोसाइटी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व कार्यकारिणी सदस्यों सहित लगभग 100 पेंशनर्स संभागीय आयुक्त कार्यालय पर धरने में सम्मिलित हुए।

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