हीटवेव में जनता के साथ खड़े नजर आ रहे शासन और प्रशासन
मुख्यमंत्री ने स्वयं दौरे कर जाने हालात, अधिकारी दिन-रात जुटे हैं फील्ड में
उदयपुर। प्रदेश भर में भीषण गर्मी का दौर है। सूर्यदेव अपने पूर्ण तेज पर हैं। दिन-ब-दिन पारा अपने पुराने रिकार्ड तोड़ रहा है। गर्मी के ऐसे विकट हालातों के बावजूद प्रदेश का संवेदनशील नेतृत्व न केवल आमजन अपितु मूक पशुओं और पक्षियों के लिए भी राहत भरी छांव बना हुआ है। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा गर्मी के इस दौर में आमजन की तकलीफों को समझते हुए प्रदेश में बिजली-पानी की सुचारू आपूर्ति तथा स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए लगातार काम कर रहे हैं। परिणाम स्वरूप रिकार्ड गर्मी के बावजूद प्रदेश में हालात नियंत्रण में हैं।
प्राकृतिक विषमताओं के चलते राजस्थान में गर्मी का दौर प्रति वर्ष तेज रहता है। प्रति वर्ष ग्रीष्म ऋतु में बिजली-पानी के संकट के हालात बनते हैं। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने दूरदर्शिता रखते हुए जनवरी-फरवरी माह में ही सभी अधिकारियों को कंटीजेंसी प्लान को लेकर अलर्ट कर दिया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य एवं जिला स्तर पर कंटीजेंसी प्लान कर प्रस्ताव प्रेषित कर दिए गए।
सरकार ने लोकसभा चुनाव की व्यस्तता बढ़ने से पहले ही सभी जिला कलक्टर्स को कंटीजेंसी बजट आवंटित कर समय रहते आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने की हिदायत दी। जैसे ही गर्मी का प्रकोप तेज हुआ बिजली-पानी व चिकित्सा सेवा से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों के अवकाश निरस्त करते हुए उन्हें आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। जिला कलक्टर्स ने भी साप्ताहिक/पाक्षिक स्तर पर समीक्षा बैठक कर बिजली-पानी की निर्बाध आपूर्ति और चिकित्सा सेवाओं को लेकर जरूरी व्यवस्था कराई। शासन और प्रशासन के समन्वित प्रयासों के चलते हीटवेव में भी स्थितियां विकट नहीं हुई और आमजन के साथ-साथ जीव मात्र से राहत अनुभव कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री खुद ले रहे फीडबैक
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा हीटवेव के इस दौर में खुद जनता के बीच जाकर फीडबैक ले रहे हैं। वे लगातार आमजन से संपर्क में रहकर पेयजल, बिजली की स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। पशुओं के चारे-पानी की व्यवस्था की मोनिटरिंग कर रहे हैं। मुख्य सचिव सहित उच्चाधिकारियों से प्रतिदिन की स्थिति की जानकारी लेकर आमजन को अधिक से अधिक राहत पहुंचाने के लिए निर्देशित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री प्रदेश में पेयजल और बिजली की मांग और आपूर्ति पर पैनी नजर रखे हुए हैं। उर्जा विभाग को आवश्यकतानुसार बिजली क्रय करते हुए आमजन को उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित कर रखा है। हीटवेव के बीच बिजली-पानी, स्वास्थ्य सेवाओं आदि की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री शुक्रवार को प्रदेश भर के जिला कलक्टर्स के साथ वीसी के माध्यम से रूबरू होंगे।
प्रति सप्ताह मुख्य सचिव स्तर पर समीक्षा
सरकार गर्मी के दौर में आमजन को राहत पहुंचाने को लेकर कितनी संवेदनशील है, उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्य सचिव सुधांश पंत लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मुख्य सचिव ने प्रति सप्ताह वीसी के माध्यम से बैठक लेकर सभी जिलों में बिजली-पानी की सुचारू आपूर्ति और चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कराया। इसके अलावा सचिवालय स्तर के अधिकारी भी निरंतर अपने-अपने विभागों की व्यवस्थाओं को चाक चौबंद रखने में लगे हुए हैं।
जनता के बीच पहुंचे अधिकारी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर ब्लॉक से लेकर राज्य स्तर के अधिकारी लगातार फील्ड में जाकर आमजन की समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं तथा उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है। मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव, शासन सचिव आदि लगातार जिलों के दौरे कर रहे हैं। वहीं संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर, एसडीएम, तहसीलदार आदि भी अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर आमजन से मिलकर उनकी तकलीफों को हाथों हाथ दूर करने के प्रयासों में जुटे हैं। उदयपुर जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने न केवल शहरी क्षेत्र अपितु ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल के समय निरीक्षण कर स्थिति की जानकारी ली और अधिकारियों को यथासंभव आमजन को राहत उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया। इसके अलावा अस्पतालों में हीटवेव और मौसमी बीमारियों के मद्देनजर सभी तरह की व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई गई हैं।
मूक पशुओं और पक्षियों को भी राहत
राज्य सरकार मूक पशुओं और पक्षियों के प्रति भी पूर्ण संवेदनशील है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश भर में पशुओं के लिए खेलियां बनाकर उनमें नियमित पानी भरने, मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था किए जाने तथा पक्षियों के लिए भी दाने-पानी की व्यवस्था की जा रही है। नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों के माध्यम से शहर, गांव व कस्बों में जगह-जगह छाया-पानी की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी को परेशानी नहीं हो।
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