शिल्पग्राम उत्सव : क्या अपने उद्देश्य से भटक गया यह उत्सव, इसके दर्द को सिर्फ कलाकार ही समझ सकते हैं, न ब्यूरोक्रेट न लीडर
संस्कृतिकर्मी विलास जानवे की कलम से शिल्पग्राम देहाती संस्कृति का परिचायक और पोषक रहा है।
संस्कृतिकर्मी विलास जानवे की कलम से शिल्पग्राम देहाती संस्कृति का परिचायक और पोषक रहा है।
“बीच दो सांसों के बीच-संपूर्ण ब्रह्मांड” का आभास कराया शिव-शक्ति ने उदयपुर। विज्ञान भैरव तंत्र
राज्यपाल ने दीप प्रज्वलन कर व नगाड़ा बजाकर उत्सव का किया उद्घाटन उदयपुर। शिल्पग्राम कलाओं
-नर्तक होते हैं एक्रोबेट में माहिर – इस लोकनृत्य की ट्रेनिंग है हार्ड– ओडिशी क्लासिकल
उदयपुर। शिल्पग्राम में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर की ओर से 21 दिसंबर से आयोजित
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से 21 दिसंबर को शुरू होने वाले शिल्पग्राम उत्सव