नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया। यह सम्मान पीएम मोदी को उनके वैश्विक योगदान, नेतृत्व, और भारत-गुयाना संबंधों को मजबूत बनाने के लिए प्रदान किया गया।
सम्मान के विशेष पहलू:
- विदेशी नेताओं में चौथा नाम: पीएम मोदी यह प्रतिष्ठित पुरस्कार पाने वाले चौथे विदेशी नेता बने।
- रणधीर जायसवाल का संदेश: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इसे भारत के लिए एक और बड़ी उपलब्धि बताया और इसे पीएम मोदी की वैश्विक कूटनीति की सफलता का प्रतीक कहा।
गुयाना के राष्ट्रपति का संदेश:
राष्ट्रपति इरफान अली ने प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण को गरीबी कम करने और देशों को करीब लाने का जरिया बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और गुयाना के बीच रिश्ते न केवल दोनों देशों बल्कि पूरे ग्लोबल साउथ के लिए महत्वपूर्ण हैं।
पीएम मोदी का अभिभाषण:
सम्मान के लिए धन्यवाद देते हुए पीएम मोदी ने कहा:
“यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का है। भारत और गुयाना के रिश्ते हमारी साझा संस्कृति और इतिहास को और मजबूत बनाते हैं।”
उन्होंने भारत और गुयाना के बीच ऐतिहासिक समानताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि जैसे भारत की गंगा, यमुना और ब्रह्मपुत्र हमारी सभ्यता का आधार हैं, वैसे ही गुयाना की नदियां यहां की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा हैं।
भारत-गुयाना संबंध:
यह सम्मान भारत और गुयाना के बीच बढ़ती साझेदारी का संकेत है। भारत, गुयाना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में सहयोग को तैयार है। यह सम्मान दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच आपसी विश्वास और मित्रता का प्रतीक है।
पीएम मोदी का यह सम्मान न केवल उनकी वैश्विक नेतृत्व क्षमता को स्वीकार करता है, बल्कि भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा को भी रेखांकित करता है।
About Author
You may also like
-
सावित्रीबाई फुले जयंती : 149 शिक्षिकाओं और 18 प्रतिभाशाली बालिकाओं का हुआ सम्मान
-
सिटी पॉलिटिक्स एनालिसिस : सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर के जन्मदिवस पर राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन
-
राष्ट्रीय सेवा के प्रेरणास्त्रोत : यशवंत पालीवाल को विदाई
-
उदयपुर में भाजपा नेता की भूख हड़ताल…सियासत या न्याय की लड़ाई?
-
विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने उठाए गंभीर मुद्दे : युवाओं को नशे से बचाने की अपील