ऑनलाइन गिरदावरी शुरू
उदयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के किसानों को समर्थ और सक्षम बनाने के लिए हर संभव प्रयासरत है। पीएम कृषक सम्मान निधि की तर्ज पर मुख्यमंत्री कृषक सम्मान के माध्यम से किसानों को 2000 रूपए अतिरिक्त देने, मिनी किट वितरण सहित अन्य योजनाओं के साथ ही राज्य सरकार ने फसलों की गिरदावरी को लेकर राजस्व विभाग पर निर्भरता को कम करते हुए किसानों को ऑनलाइन गिरदावरी की सुविधा प्रदान कर दी है। राज किसान गिरदावरी ऐप के माध्यम से अब कृषक अपनी फसल की गिरदावरी खुद कर पा रहे हैं।
राज्य सरकार ने बजट में किसानों को स्वयं गिरदावरी करने की सुविधा प्रदान करने की घोषणा की थी। इसकी क्रियान्विति में ’राज किसान गिरदावरी ऐप’ से ऑनलाइन गिरदावरी शुरू कर दी गई है। इस बार खरीफ गिरदावरी 2081 (वर्ष 2024) का कार्य 15 अगस्त से शुरू कर दिया गया है। इसके लिए सबसे पहले काश्तकार अपने मोबाइल में गुगल प्ले स्टोर के माध्यम से ’राज किसान गिरदावरी ऐप’ डाउनलोड करके अपने जनआधार से लॉगिन कर ई-गिरदावरी कर सकेंगे।
ऐसे कर सकते हैं ई-गिरदावरी
राज किसान गिरदावरी ऐप डाउनलोड कर अपने जनआधार से ऐप लॉगिन करना होगा। आधार से जुड़े मोबाइल नम्बर पर ओटीपी प्राप्त होगा, जिससे वेरिफाई होने के बाद ऐप लॉगिन हो जाएगा। उसके बाद फसल विवरण जोड़ें पर क्लिक करना है, फिर ऊपर की साइड में जनाधार से जुड़े खसरे का ऑप्शन आएगा एवं दूसरी साइड में खसरा सर्च करें का ऑप्शन रहेगा। इन दोनों ऑप्शन में से खसरा सर्च कर क्लिक करने पर सिम्पल पेज खुलेगा। उसमें काश्तकार को अपना जिला, तहसील एवं गांव सलेक्ट करते हुए आगे बढ़ना होगा।
इसके पश्चात अपने खेत का खसरा अंकित करते हुए कैलिब्रेट करें पर क्लिक करना होगा। कैलिब्रेट करने के बाद गिरदावरी सीजन एवं सफल सलेक्ट करते हुए खसरे का एरिया हैक्टेयर में अंकित करना होगा।
उसके बाद फसल सिंचित है या असिंचित एवं सिंचाई का स़्त्रोत तथा फलदार पेड़ हैं तो उनकी संख्या आदि अंकित करते हुए खेत-खसरे में जो फसल बो रखी है, उसकी साफ सुथरी फोटो अपलोड करनी होगी।
उक्त प्रक्रिया के बाद प्रिंट प्रिव्यू का ऑप्शन दिखेगा, वहां क्लिक करने के बाद सबमिट का ऑप्शन रहेगा। सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक करने पर काश्तकार की ओर से की गई गिरदावरी सबमिट होते हुए पंजीकरण संख्या प्राप्त हो जाएगी।
खेत में खड़े रहकर करनी होगी प्रक्रिया
गिरदावरी की यह पूरी ऑनलाइन प्रक्रिया उन खसरों (खेत) में खड़े रहकर ही पूर्ण करनी होगी, जिसकी गिरदावरी की जानी है।
यह भी रखना होगा ध्यान
एक खाते में एक से अधिक खातेदार होने की स्थति में किसी भी एक खातेदार की ओर से संपूर्ण खसरे की गिरदावरी की जाएगी
एक खसरे में एक से अधिक फसल हैं, तो एक से अधिक फसल की गिरदावरी सबमिट की जा सकती है
गिरदावरी करते समय फसल के साथ खुद की सेल्फी फोटो की आवश्यकता नहीं है।
जिन काश्तकारों के खेत में किसी प्रकार की फसल नहीं है तो भी निल फसल (बिना फसल) की गिरदावरी सबमिट करें, ताकि किसी खसरे की गिरदावरी बकाया नहीं रहे।
गिरदावरी सबमिट करने से पहले भरें गए सभी विवरण सही ढंग से जांच लेवें, क्योंकि गिरदावरी एक बार सबमिट करने के बाद काश्तकार उस में किसी प्रकार का संशोधन नहीं कर पाएंगे।
इनका कहना…
राज किसान गिरदावरी ऐप से कृषक खुद ऑनलाइन गिरदावरी कर सकते हैं। अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ लेना चाहिए। कृषि राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को कृषकों को इसके लिए प्रेरित एवं जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।
अरविन्द पोसवाल, जिला कलक्टर (भू अभिलेख) उदयपुर
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