‘नो’ का मतलब ‘नो’ था… नहीं माना ‘कास्टिंग किंग’, फ्रांसीसी युवती से रेप, अब सलाखों के पीछे

उदयपुर। शांत झीलों और झिलमिलाती रोशनी के बीच एक खौफनाक कहानी ने शहर की रूह कंपा दी। पर्दे के पीछे का एक शख्स, जो खुद को फिल्मी सितारों के बीच खड़ा दिखाता था, अब बलात्कार के आरोप में सलाखों के पीछे है। नाम है—पुष्पराज उर्फ सिद्धार्थ ओझा, उम्र 29 साल, जो खुद को ‘कास्टिंग किंग’ कहलवाना पसंद करता था। सलमान और अक्षय जैसे सितारों की फिल्मों में कास्टिंग करने वाले इस शख्स पर आरोप है कि उसने एक विदेशी युवती के सपनों को चूर-चूर कर दिया।

22 जून की शाम उदयपुर के एक कैफे ‘द ग्रीक फार्म एंड रेस्ट्रो’ में फ्रांस से आई 25 वर्षीय युवती अपने क्रू मेंबर्स के साथ पार्टी में शामिल थी। शहर की हवाओं में घुली गर्मजोशी और मेहमाननवाज़ी का स्वाद अभी उसकी स्मृतियों में था ही कि उसी रात वह एक फिल्मी साजिश की शिकार बन गई।

आरोप है कि पुष्पराज ने सिगरेट पीने का बहाना बनाकर युवती को बाहर बुलाया, फिर अपने सुखेर स्थित फ्लैट पर ले गया। युवती बार-बार होटल लौटने की बात कहती रही, लेकिन आरोपी ने उसकी एक न सुनी। अपार्टमेंट में जब उसने प्रतिरोध किया, तो आरोपी ने ज़बरदस्ती की, और युवती को दहशत, लज्जा और बेबसी के अंधेरे में धकेल दिया।

फोन बंद, कोई मदद नहीं… और फिर वो घड़ी रुकी-सी लगने लगी

चार्जिंग केबल मांगने पर भी नहीं दी गई। होटल का रास्ता तक नहीं जानती थी वह। और तब उस पर टूटा वह कहर जिसे कोई भी इंसान शब्दों में नहीं ढाल सकता। वह बार-बार कहती रही “नो… नो…”, पर हवस की भूख ने इंसानियत को कुचल डाला।

पुलिस की फुर्ती से चित्तौड़गढ़ से दबोचा गया आरोपी

जब युवती ने साहस जुटाकर शिकायत दर्ज कराई, तो बड़गांव थाना पुलिस ने IPC की धारा 64(1) के तहत केस नंबर 150/2025 दर्ज कर, एक विशेष टीम गठित की। चित्तौड़गढ़ से पुष्पराज को दबोच लिया गया। गिरफ्तारी के बाद SP योगेश गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आरोपी ने पूछताछ में गुनाह कबूल किया है। जल्द ही चालान कोर्ट में पेश किया जाएगा।

“मुझे फंसाया गया है, मैं हनी ट्रैप का शिकार हूं” — आरोपी की सफाई

गिरफ्तारी के दौरान आरोपी कैमरों और भीड़ के सामने ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाता रहा— “मैंने रेप नहीं किया है। ये सब एक हनी ट्रैप है। मुझे फंसाया गया है… मैं खुद सरेंडर करने जा रहा था।”

लेकिन जब अदालत के सामने सबूत और बयान होंगे, तब तय होगा कि यह सच्चाई थी या सस्ते बॉलीवुड ड्रामे का फेल स्क्रिप्ट।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोपी को पीटने की कोशिश की

इधर, मामला जैसे ही राजनीतिक रंग में रंगा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा संभाल लिया। उदयपुर SP ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं ने आरोपी को पीटने की कोशिश की। पुलिस ने किसी तरह उसे बचाकर अंदर ले जाया और फाटक बंद कर दिया। पर गुस्साई भीड़ का शोर थमने का नाम नहीं ले रहा था।

पर्दे के पीछे की गंदी हकीकत

सूत्रों की मानें तो पुष्पराज ‘प्रेम रतन धन पायो’ और ‘खेल-खेल में’ जैसी फिल्मों के सेट्स से जुड़ा रहा है। क्राइम पेट्रोल एपिसोड्स, कई ऐड्स और म्यूज़िक वीडियोज़ में कास्टिंग का काम किया है। वह ‘प्रेम रतन धन पायो’ के एक ट्रेलर में सलमान खान के पीछे भी नजर आता है।

लेकिन जो शख्स कैमरे के पीछे सपनों को साकार करने का दावा करता था, वही अब एक दुराचारी के तौर पर बदनाम हो चुका है।

पीड़िता का साहस, और सिस्टम की परीक्षा

फ्रांस से आई युवती अब भी सदमे में है, लेकिन उसने साहसिक कदम उठाते हुए शिकायत दर्ज कराई। मेडिकल रिपोर्ट से लेकर बयान, सब कुछ कानून की प्रक्रिया के अंतर्गत चल रहा है।

अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या भारतीय न्याय व्यवस्था एक विदेशी युवती को न्याय दिला पाएगी?

अंतिम टिप्पणी : ग्लैमर की दुनिया में कितने और मुखौटे हैं?

यह मामला सिर्फ एक फ्रांसीसी युवती के साथ हुए अपराध का नहीं है, बल्कि उस सिस्टम, इंडस्ट्री और समाज पर सवाल है, जहां शोहरत की आड़ में दरिंदगी पलती है। यह केस न केवल पुष्पराज की गिरफ्तारी का मामला है, बल्कि हमारी सामूहिक संवेदनाओं और जवाबदेही की अग्नि परीक्षा भी है।

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