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ओपनएआई ने लॉन्च किया नया एआई वेब ब्राउज़र ‘चैटजीपीटी एटलस’, गूगल क्रोम को चुनौती

चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई ने मंगलवार को अपना पहला एआई-संचालित वेब ब्राउज़र ‘चैटजीपीटी एटलस’ लॉन्च किया है। यह ब्राउज़र अब तक के पारंपरिक ब्राउज़रों से बिल्कुल अलग है और इसे कई विशेषज्ञ गूगल क्रोम का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मान रहे हैं।
कंपनी के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा, “एटलस पारंपरिक ब्राउज़र अनुभव को पूरी तरह बदल देगा। इसमें एड्रेस बार की जगह चैटजीपीटी इंटरफ़ेस होगा, जिससे उपयोगकर्ता सीधे बातचीत के ज़रिए इंटरनेट सर्च कर सकेंगे।”
एटलस का पहला संस्करण फिलहाल एपल मैकोएस (MacOS) के लिए जारी किया गया है। इसमें यूज़र्स अपने चैटजीपीटी अकाउंट से लॉग इन कर सकते हैं और वेब सर्च, पेज ओपन, कंटेंट समरी, और ऑटो रिसर्च जैसी सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं।
ब्राउज़र में एक खास ‘एजेंट मोड’ भी जोड़ा गया है जो उपयोगकर्ता के निर्देश पर खुद इंटरनेट खंगालकर परिणामों का सारांश पेश करता है।
यह लॉन्च ऐसे समय हुआ है जब ओपनएआई अपनी तकनीक को व्यावसायिक उत्पादों में बदलने और राजस्व के नए स्रोत बनाने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
यूक्रेन ने ब्रिटेन की ‘स्टॉर्म शैडो’ मिसाइलों से रूस के केमिकल प्लांट पर किया हमला

यूक्रेनी सेना ने मंगलवार को दावा किया कि उसने ब्रिटेन में बनी ‘स्टॉर्म शैडो’ मिसाइलों से रूस के एक रासायनिक संयंत्र (Chemical Plant) पर हमला किया है।
यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने इसे “सफल हमला” बताया और कहा कि इसने रूसी एयर डिफेंस सिस्टम को भेद दिया।
सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि ब्रायांस्क केमिकल प्लांट रूस की सैन्य औद्योगिक उत्पादन का प्रमुख केंद्र है, जहां बारूद, विस्फोटक और रॉकेट ईंधन तैयार होता है।
यूक्रेन ने आरोप लगाया कि इन सामग्रियों का इस्तेमाल उसके शहरों पर हमलों में किया जाता है।
हालांकि रूस की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पहले ही उसने पश्चिमी देशों को चेताया था कि यूक्रेन को लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार न दिए जाएं।
‘स्टॉर्म शैडो’ मिसाइलें ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई हैं, जिनकी मारक क्षमता करीब 250 किलोमीटर (155 मील) तक है।
ग़ज़ा : हमास का दावा, दो और बंधकों के शव इसराइल को सौंपे

इसराइल को दो और बंधकों के शव मिले हैं जिनके बारे में हमास का कहना है कि वे ग़ज़ा में बंदी बनाए गए इसराइली नागरिकों के हैं।
इसराइली रक्षा बल (IDF) ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति (ICRC) ने ये शव ग़ज़ा के भीतर से इसराइली सैनिकों को सौंपे।
बाद में इन शवों को तेल अवीव लाया गया, जहां उनकी औपचारिक पहचान की प्रक्रिया जारी है।
यदि पहचान की पुष्टि हो जाती है, तो इसराइल को अब तक 15 बंधकों के शव मिल चुके होंगे।
यह प्रक्रिया अमेरिकी मध्यस्थता वाले संघर्षविराम समझौते का हिस्सा है, जिसके पहले चरण में 20 जीवित बंधकों की रिहाई पहले ही पूरी हो चुकी है।
इसराइल ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि यदि बाकी शव जल्द नहीं लौटाए गए, तो वह ग़ज़ा में मानवीय सहायता आपूर्ति सीमित कर सकता है।
यूक्रेन में रूस का मिसाइल और ड्रोन हमला, चार लोगों की मौत

यूक्रेन के उत्तरी शहर चेर्निहिव पर रूस ने मंगलवार को मिसाइल और ड्रोन से व्यापक हमले किए, जिसके बाद पूरा शहर अंधेरे में डूब गया
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों से लाखों लोग बिजली और पानी के संकट से जूझ रहे हैं।
नोवहोरॉड-सिवर्स्की कस्बे में आवासीय इलाकों पर हुई बमबारी में चार लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हुए, जिनमें एक 10 वर्षीय बच्ची भी शामिल है।
यूक्रेन के ऊर्जा मंत्रालय ने बताया कि रूस ने शहर की मुख्य ऊर्जा ग्रिड को निशाना बनाया।
रूस का कहना है कि उसने “सटीक सैन्य ठिकानों” पर हमले किए, लेकिन यूक्रेन ने इसे “नागरिकों को आतंकित करने की रणनीति” बताया है।
चेर्निहिव और आसपास के इलाके हाल के हफ्तों में रूस की नई रणनीति के प्रमुख लक्ष्य बने हुए हैं, जहां बार-बार ऊर्जा ढांचे, रेल नेटवर्क और नागरिक आवासों को निशाना बनाया जा रहा है।

स्रोत : bbc

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