ग्लोबल स्टैंण्डर्ड, अकादमिक उत्कृष्टता के अंतराष्ट्रीय फ्रेमवर्क के साथ निम्स देश की उच्च शिक्षा का उत्कृष्टता केंद्र बनने की ओर अग्रसर : प्रो.अमेरिका सिंह

पूर्व कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह नें संभाला निम्स विश्वविद्यालय के सलाहकार ने कहा-उच्च शिक्षा के वैश्विक स्टडी डेस्टिनेशन बनाने सहित अंतरराष्ट्रीय फलक पर निम्स को ले जाने की प्रो. सिंह की संकल्पना

जयपुर। सुविवि के पूर्व कुलपति प्रो.अमेरिका ने हालही निम्स विश्वविद्यालय के सलाहकार का ग्रहण किया है। नवनियुक्त सलाहकार प्रो. सिंह ने सभी कर्मचरियों से भेंटवार्ता कर परिचय प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी संबंधित विभागों और निम्स के अधिकारियों की बैठक को संबोधित किया। इस अवसर पर निम्स के विद्यार्थियों को रोजगार में समुचित अवसर प्रदान करने एवं नियोजन के लिए एमएस प्लेसमेंट के साथ एक समझौते ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। प्रो. सिंह का स्वागत करते हुए डॉ पंकज सिंह निदेशक निम्स हॉस्पिटल ने कहा कि वरिष्ठ शिक्षाविद एवं पूर्व कुलपति प्रो. सिंह के लंबे अकादमिक अनुभवों से निम्स अवश्य ही लाभान्वित होगा।आपके कुशल नेतृत्व और सफल मार्गदर्शन में निम्स विश्वविद्यालय देश और प्रदेश में प्रगति के नए आयाम स्थापित करेगा। सलाहकर प्रो. सिंह ने अपनी संकल्पना पर प्रकाश ड़ालते हुए कहा कि विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय की बुनियादी शर्तों संस्थागत उत्कृष्टता, वैश्विक मानदंडों के महत्त्वपूर्ण पहलुओं और ऐतिहासिकता को समेटे हुए निम्स विश्वविद्यालय ने वैश्विक स्तर पर ख्याति प्राप्त की हैं। गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा एवं अकादमिक नवाचार को अपनी प्राथमिक कार्ययोजना में शामिल करते हुए विश्वविद्यालय वैश्विक मंच पर आने वाले समय में दस्तक देगा। विश्वविद्यालय के सलाहकार होने के नाते उनकी विश्वविद्यालय के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी उनकी हमेशा प्राथमिकता रहेगी कि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के बदलते स्वरूप को अपनाते हुए विश्वविद्यालय में श्रेष्ठ नवीनतम तकनीक, नवाचार, लाभदायक अकादमिक योजनाओं, शैक्षणिक अनुसंधान के माध्यम से विश्वविद्यालय को विकसित किया जाए। उनका प्रयास रहेगा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की समस्याओं को प्राथमिकता से सुना जाए उनका त्वरित निदान किया जाए और विश्वविद्यालय के विकास को एक नई दिशा देने का प्रयास किए जाए। साथ ही शोध-अनुसंधान, नवीन रोजगारपरक पाठ्यक्रम, नवाचार और गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा को सुनिश्चित करने के सफल प्रयासो से विश्वविद्यालय की वैश्विक पहचान स्थापित की जाए। आने वाले समय में विश्वविद्यालय में शोध को बढ़ावा देने एवं नवीन कार्य योजनाओ को मूर्त रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता का होना आवश्यक है। विश्वविद्यालय दुवारा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के नवाचारो के साथ शोध व शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाया जाएगा, साथ ही हम विधार्थियों के कौशल विकास एवं व्यक्तित्व विकास के लिए भी काम करेंगे। विश्वविद्यालय का प्रयास होगा की विश्वविद्यालय के विद्यर्थियो को कौशल विकास की दृष्टि से प्रशिक्षित किया जाए।

पूर्व कुलपति एवं नवनियुक्त सलाहकार प्रो. सिंह ने निम्स के ग्लोबल यूनिवर्सिटी की संकल्पना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुणवत्तापरक तकनीकी शिक्षा ज्ञान की गतिशीलता, राष्ट्र के सामाजिक-आर्थिक विकास हेतु बहुत महत्त्वपूर्ण है। उच्चतर शिक्षा में गुणवत्ता और मानकों का निर्धारण आवश्यक है। भारत में विश्वविद्यालय और नीति निर्माता अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग पर ध्यान दे रहे हैं। हमें भी अपने विश्वविद्यालयों को नवाचार, आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और उद्यमिता के लिए उत्प्रेरक बनाने की आवश्यकता है। हम निम्स के विद्यार्थियों को ग्लोबल स्टेण्डर्ड पर आधारित भविष्‍योन्‍मुखी शिक्षा उपलब्‍ध कराएंगे। हमारा उद्देश्‍य बहुमुखी रूप से कुशल ऐसे नेतृत्‍वकर्ता तैयार करना है जो विचारशील व नवोन्‍मेषी हों। देश में उच्‍च शिक्षा प्रदान करने के तरीके में सार्थक बदलाव लाने हेतु हम विभिन्न माध्यमो के समन्वित अध्‍ययन के जरिए उत्‍कृष्‍ट अंतर्विषयक शिक्षा प्रदान करेंगे। निम्स का आगामी उद्देश्य वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की उद्योग की जरूरतों के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए आवश्यक उद्योग-अकादमी सहयोग के माध्यम से हमारे देश के भावी कार्यबल के लिए शिक्षा वातावरण में अभूतपूर्व क्रांति लाना है। निम्स विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय संकाय की विशेषज्ञता को एक साथ लाएगा और शीर्ष शैक्षणिक भागीदारों के साथ नवाचार और अनुसंधान केंद्रों तक पहुंच प्रदान करेगा।

कौशल विकास हमारे युवाओं को आत्मनिर्भर करने का सशक्त माध्यम है। हमारा लक्ष्य रहेगा की प्रदेश के युवाओं में कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से उनकी रचनात्मकता, सृजनात्मकता और रोजगारपरक क्षमता विकसीत किया सके। विधार्थियों को स्टार्टअप से जोड़ने और व उद्यम का मार्ग प्रशस्त करने, स्टार्टअप एवं इनोवेशन को बढ़ावा देने के उदेश्य से टेक्नोलॉजी इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना के लिए प्रयास किए जाएंगे ताकि अनुसन्धान को बढ़ावा मिल सके और विधार्थियों को इनोवेटिव आइडिया और टेक्नोलॉजी की मदद से बिजनेस मॉडल के रूप में विकसित किया जा सके। स्टडी रिसर्च आउटरीच कार्यक्रमों को बढ़ावा देने, रोजगार परक पाठ्यक्रमों को प्रभावी बनाने सहित विभिन्न प्रोजेक्ट्स को गति देने की भी बात कही।

इस अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ. संदीप त्रिपाठी एवं विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उनका स्वागत किया गया और शुभकामनाए प्रदान की गई।

प्रो. सिंह के पदभार ग्रहण के अवसर पर डॉ. पंकज सिंह निदेशक निम्स मेडिकल कॉलेज, प्रो. यशी सोनी प्रो वीसी, डॉ. संदीप त्रिपाठी रजिस्ट्रार, प्रो.बीआर मीणा, प्रो. आशीष माथुर डॉ. दुष्यंत सिंह, डॉ. जोधा, डॉ. एमके सोनी, डॉ. आरके सैन, प्रो.राजीव सक्सेना, प्रो. प्रमोद शर्मा, प्रो. विजयवाल चौधरी, प्रो.अजित सहारण, प्रो. अनुपमा पांडे, प्रो. दीपिका, डॉ अभिषेक वैष्णव, डॉ. जाह्नवी नंदन, डॉ. हेमंत बैराठ, डॉ. महावीर सिंह, डॉ. एमके सुनील, गोविंद उपाध्याय आदि उपस्थित थे।

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