उदयपुर। विंग कमांडर डॉ. पुखराज सुखलेचा की धर्मपत्नी रेखा सुखलेचा का आरएनटी मेडिकल कॉलेज में देहदान किया। श्रद्धांजलि देने समाज के लोग मेडिकल कॉलेज तक गए। 12 मई को उनका स्वर्गवास हुआ। सुखलेचा परिवार का यह नौवां देहदान है।

देहदान से पूर्व श्रीमती रेखा सुखलेचा की मोक्ष रथ में देहदान यात्रा निकाली गई जो उनके निवास स्थान 701 स्वास्तिक हाइट्स न्यू आरटीओ उदयपुर से आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर पहुंची, जिसमें सैकड़ो समाज के लोग शामिल हुए। यहां पहुंचने के बाद समाज जनों की उपस्थिति में आरएनटी मेडिकल कॉलेज में आवश्यक कार्यवाही करने के बाद परिजनों की उपस्थिति में उनका देहदान किया गया।
सुखलेचा परिवार की ओर से चलाए जा रहे लच्छीराम हंजाबाई सुखलेचा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान में अभी तक सुखलेचा परिवार द्वारा 9वां देहदान एवं ट्रस्ट का 31वां देहदान एवं करीब से 350 से भी अधिक देहदान संकल्प पत्र आएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर एवं बंगलुरु में भरवाए गए हैं।

सुखलेंचा परिवारके सदस्य डॉक्टर विंग कमांडर पुखराज सुखलेचा की धर्मपत्नी श्रीमती रेखा सुखलेचा का 12 मई 2004 को स्वर्गवास हो गया। इनके एवं परिवारजन के इच्छा अनुसार उनका आरएनटी मेडिकल कालेज उदयपुर में 14 मई को देहदान किया गया।
स्वर्गीय श्रीमती रेखा सुखलेचा, उनके पति डॉक्टर विंग कमांडर पुखराज सुखलेचा, ससुर एवं सास लच्छीराम जी सुखलेचा एवं हंजाबाई सुखलेचा दोनों ने 2010 एवं 2023 में देहदान किया था। इसी प्रकार उनके पिताजी मोहनलाल जी कोठारी एवं माता जी कोयल बाई कोठारी ने भी देहदान किया था।

श्रीमती रेखा के एक पुत्र डॉक्टर चारु सुखलेचा का जो लंदन में है एवं उनकी पत्नि इंजीनियर वीनू सुखलेचा एवं उनकी एक पुत्री डॉक्टर रेनू कोठारी एवं जमाई सुनील कोठारी है इनके एक पौत्र एक पौत्री एवं एक दोहित्र एक जेठ एवं चार देवर एवं कुल 100 से अधिक परिवारजन का भरा पूरा परिवार है।
About Author
You may also like
-
फतहसागर में युवक की छलांग और सवालों की गहराई?
-
मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज मेवाड़ के गद्दी उत्सव की रस्म 2 अप्रैल को सिटी पैलेस में
-
उदयपुर में गणगौर महोत्सव : शाही ठाट-बाट के बीच उमड़ा जनसैलाब
-
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास आग से झुलसी, अहमदाबाद रेफर
-
ईद की रौनक़ : ग़ज़ा से यूक्रेन तक कैसा है जश्न का माहौल?