बच्चों को बचाने गई युवती भी नहीं बची; नहाते समय गहरे पानी में उतरे
उदयपुर के एक दर्दनाक हादसे में, भाई-बहन समेत चार लोगों की डूबने से मौत हो गई। यह घटना तब घटी जब कुछ बच्चे झील में नहा रहे थे और अचानक गहरे पानी में उतर गए। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर उन्हें बचाने के लिए एक युवती भी पानी में कूद गई, लेकिन वह भी डूब गई और बच नहीं सकी।
इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला दी है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस घटना ने न केवल उदयपुर के लोगों को झकझोर दिया है, बल्कि झीलों के आसपास सुरक्षा के अभाव को भी उजागर किया है।
सब्जी काटने वाले चाकू से सहपाठी पर हमला : स्कूल ने 5 को किया निष्कासित
एक चौंकाने वाली घटना में, एक स्कूल में सब्जी काटने वाले चाकू से एक छात्र ने अपने सहपाठी पर हमला कर दिया। इस हमले में पीड़ित छात्र के हाथ पर गंभीर चोटें आई हैं। घटना के बाद स्कूल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच छात्रों को निलंबित कर दिया है।
स्कूल के प्रिंसिपल ने इस घटना को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। उन्होंने कहा कि बच्चों को ऐसी हिंसक प्रवृत्तियों से बचाने के लिए स्कूल और अभिभावकों दोनों को मिलकर प्रयास करने होंगे। यह घटना बच्चों की मानसिकता और उनके बीच बढ़ते हिंसात्मक व्यवहार को लेकर कई सवाल खड़े करती है।
उप चुनाव को लेकर उदयपुर आएंगे डोटासरा
राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह डोटासरा उप चुनाव के सिलसिले में उदयपुर का दौरा करेंगे। इस दौरान वे सलूंबर और चौरासी क्षेत्र में रहकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और आगामी चुनावी रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
डोटासरा का यह दौरा कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि उप चुनाव से पहले पार्टी को संगठित करने और चुनावी मुद्दों पर जोर देने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। कार्यकर्ता सम्मेलन में डोटासरा पार्टी की नीतियों को स्पष्ट करेंगे और कार्यकर्ताओं को चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार करेंगे।
पिछोला झील दस फीट पार, लिंक नहर का गेट खोला, फतहसागर में दोतरफा आवक
उदयपुर की पिछोला झील का जलस्तर दस फीट पार कर चुका है, जिसके चलते लिंक नहर का गेट खोल दिया गया है। इसके चलते फतहसागर झील में अब स्वरूपसागर और मदार से पानी की आवक शुरू हो गई है, जिससे इसका जलस्तर साढ़े छह फीट तक पहुंच गया है।
झीलों के बढ़ते जलस्तर ने उदयपुरवासियों को राहत दी है, खासकर उन किसानों को जिनकी फसलें पानी की कमी के कारण प्रभावित हो रही थीं। हालांकि, प्रशासन ने झीलों के किनारों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
बड़ी, जयसमंद झील व बड़ा मदार का सीमांकन होगा
उदयपुर के बड़ी, जयसमंद झील और बड़ा मदार का सीमांकन किया जाएगा ताकि इन झीलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके लिए खसरा सूची और नक्शे तैयार कर झील संरक्षण समिति को भेजे जाएंगे। इस कदम का मुख्य उद्देश्य अवैध निर्माण को रोकना है, जो झीलों के पारिस्थितिक संतुलन को खतरे में डाल सकते हैं।
झील संरक्षण समिति इस सीमांकन के बाद अवैध कब्जों और निर्माण पर कड़ी निगरानी रखेगी। यह पहल उदयपुर के पर्यावरण और जल संरक्षण के प्रयासों का हिस्सा है, जिससे शहर की प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित किया जा सके।
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