उदयपुर। शहर विधायक ताराचंद जैन के कामकाज को लेकर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं एमएलए साहब कुछ दिनों से खास लिगोंसे घिरे नजर आ रहे हैं। एक ही इलाके को फोकस किया हुआ हैं। हालांकि उनके समर्थकों का कहना है कि ताराचंद जैन पार्टी के सब लोगों को साथ लेकर चल रहे हैं। जो दिखाई दे रहा है वो यह है कि कभी आयाड़ तो कभी दुर्गा नर्सरी रोड। जबकि उनका विधानसभा क्षेत्र बहुत बड़ा है। चार दिवारी से लेकर उप नगरीय क्षेत्र आते हैं, जहां एक से बढ़ कर एक समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं।
सिर्फ अफसरों को रोड पर बुलाकर निर्देशित कर देना, बिना किसी एक्सपर्ट और अध्ययन या रिसर्च के मौके पर पहुंच जाने से ही बड़ा लीडर नहीं बना जा सकता है। ऐसे शॉर्टकट अपनाने से शहर का विकास कतई संभव नहीं है। इसके लिए एमएलए साहब को कार्यों को सूचीबद्ध करना होगा। प्रायोरिटी तय करनी होगी। वैसे ताराचंद जैन राजनीति के मास्टर हैं। वे राजनीति को शतरंज की तरह खेलते आए हैं। उन्होंने अपने विरोधियों को खूब शह दी, विरोधियों ने उन्हें जब जब मात दी, उन्होंने भी अपने किले को बचाते हुए विरोधियों को उनकी ही चाल को मात में बदल दिया। अब वो अपना नया राजनीतिक किला खड़ा करने की कोशिश में लगे हैं, लेकिन उन्हें सही चाल चलने का अभी मौका नहीं मिल रहा है। फिर भी अपनी विधायकी को आगे तक च रखना है तो हर कदम फूंक फूंक कर रखना होगा।
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