आयुर्वेद पंचकर्म चिकित्सा पद्धति से जड़ मूल से नष्ट होते हैं रोग- डॉ शर्मा


पंचकर्म के प्रति बढ़ रहा है रुझान, अन्य राज्यों से भी आ रहे है रोगी
अग्निकर्म चिकित्सा शिविर 12 जुलाई को


उदयपुर। पंचकर्म चिकित्सा पद्धति में बढ़ते रुझान को देखते हुए आरोग्य समिति राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिन्धी बाजार उदयपुर में 32 वें निःशुल्क पांच दिवसीय पंचकर्म चिकित्सा शिविर का शुभारम्भ सोमवार को आयुर्वेद विभाग उदयपुर के अतिरिक्त निदेशक डॉ दीनदयाल शर्मा व उपनिदेशक डॉ राजीव भट्ट के आतिथ्य में हुआ। दोनों अधिकारियों ने भगवान धन्वन्तरि की तत्वीर पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया।
शुभारंभ अवसर पर अतिरिक्त निदेशक उदयपुर संभाग डॉ दीनदयाल शर्मा ने कहा कि पंचकर्म चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद की प्राचीन चिकित्सा पद्धति जिसमें रोग जड़ से ठीक होते हैं। उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग उदयपुर डॉ राजीव भट्ट ने सिन्धी बाजार में पंचकर्म शिविर में सेवा दे रहे चिकित्सको नर्सिंगकर्मियों एवं सहायक स्टाफ की सराहना की। प्रभारी एवं वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्साधिकारी वैद्य  शोभालाल औदीच्य ने बताया कि आज आधुनिक खानपान और जीवनशैली में आये बदलाव की वजह से लोगो में लाइफ स्टाइल डिजीज बहुत बढ़ रही है और आम नागरिक से लगाकर छोटे बच्चो में विशेषकर महिलाओ में जोड़ो का दर्द, घुटनों का दर्द, सर्वाइकल, साइटिका माइग्रेन, अवस्कुलर नेक्रोसिस, एडी में दर्द, अनिद्रा,  बालों की समस्या अधिक देखे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंचकर्म शिविर में कटीबस्ती, जानुबस्ती, ग्रीवाबस्ती, नस्य, सर्वांग स्वेदन, स्थानिक अभ्यंग, सर्वांग अभ्यंग, स्थानिक स्वेदन, षष्टिशाली पिंडस्वेद, शिरोधारा, शिरोबस्ती, धारास्वेदन, बस्तीकर्म द्वारा रोगियों का पंचकर्म उपचार प्रारंभ किया गया है। 12 जुलाई को विशेष अग्निकर्म चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा।

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