उदयपुर। मेवाड़ के पूर्व राजघराने की बहू महिमा विश्वराज सिंह मेवाड़ को बीजेपी ने राजसमंद लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। मेवाड़ की सियासत में यह पहला ऐसा फैसला है, जिस पर बीजेपी के नेता भी अचंभित हैं। परिवारवाद की घौर मुखालफत करने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पति को पहले विधायक का टिकट दिया और अब पत्नी को लोकसभा में मैदान में उतारा है।
दरअसल इस फैसले पर लोगों की पहली प्रतिक्रिया अचंभित करने वाली है, लेकिन मोदी और शाह के काल में ही यह सबकुछ मुमकिन है। खास बात यह है कि राजसमंद लोकसभा सीट से अब तक राजपूत समाज से ही सांसद चुना जाता रहा है। सबसे पहले कांग्रेस के गोपाल सिंह इडावा यहां से सांसद चुने गए। इसके बाद बीजेपी से हरिसिंह झाला और बीजेपी से ही दीया कुमारी दो बार सांसद चुनी गईं।
दीया कुमारी ने बदली मेवाड़ राजघराने की सियासत
राजसमंद सांसद और जयपुर के पूर्व राजघराने की मुखिया दीया कुमारी इन दिनों राजस्थान की सियासत में ध्रुव तारे की तरह चमक रही हैं। राजघराने की होने के बावजूद वे पीएम नरेंद्र मोदी की शख्सियत से बेहद प्रभावित हैं और उनकी तारीफ करने की कोई कसर बाकी नहीं रखती हैं। इसका उन्हें सियासत में फल भी मिला है। पहली बार मेवाड़ की सियासत में एंट्री करने आईं दीया कुमारी ने मेवाड़ के पूर्व राजघराने के मुखिया महेंद्र सिंह मेवाड़ से आशीर्वाद लिया था। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच घनिष्ठता बढ़ती गई। नाथद्वारा से विश्वराज सिंह को टिकट दिलवाने में भी दीया कुमारी की अहम भूमिका बताई गई और अब लोकसभा चुनावों में महिमा विश्वराज सिंह मेवाड़ को भी टिकट दिलवाने में उनकी अहम भूमिका बताई जा रही है। बहरहाल अब इस बीजेपी के इस फैसले पर आम जनता मुहर लगाती है या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा।
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