

उदयपुर। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास सोमवार सुबह पूजा के दौरान आग से झुलस गईं। हादसा उस वक्त हुआ जब वे अपने घर में नवरात्रि की पूजा कर रही थीं। पूजा स्थल पर जल रहे दीपक की लौ से उनकी साड़ी में आग लग गई, जिससे वे गंभीर रूप से झुलस गईं। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए अहमदाबाद रेफर कर दिया गया।
कैसे हुआ हादसा?
डॉ. गिरिजा व्यास के भाई और पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा गोपजी के अनुसार सोमवार सुबह करीब 10:30 बजे डॉ. व्यास नवरात्रि की पूजा कर रही थीं। इसी दौरान उनकी सिल्क की साड़ी में दीपक की लौ से आग लग गई। चूंकि सिल्क जल्दी आग पकड़ती है, इसलिए कुछ ही सेकंड में लपटें उनके ऊपरी हिस्से तक पहुंच गईं।
परिजनों ने तुरंत उन्हें उदयपुर के जीबीएच अमेरिकन अस्पताल में भर्ती कराया, जहां प्रारंभिक इलाज के बाद दोपहर करीब 2:30 बजे अहमदाबाद रेफर कर दिया गया।
डॉक्टरों का क्या कहना है?
परिजनों के अनुसार, डॉ. व्यास की हालत स्थिर है और वे सभी से बात कर रही हैं। हालांकि, उनकी चोटों की गंभीरता को देखते हुए विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। अहमदाबाद में जलने के जख्मों के विशेषज्ञ डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया
डॉ. गिरिजा व्यास कांग्रेस की वरिष्ठ और सम्मानित नेता रही हैं। उनके झुलसने की खबर मिलते ही कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। कई नेताओं ने परिजनों से फोन पर बातचीत कर हालचाल जाना।
क्या बरती जाए सावधानी?
इस घटना से यह साफ है कि पूजा के दौरान कपड़ों का चुनाव और आग से सतर्कता बेहद जरूरी है। सिल्क जैसे कपड़े आग को तेजी से पकड़ते हैं, इसलिए धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान अधिक सावधानी बरती जानी चाहिए।
डॉ. गिरिजा व्यास के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ, यह घटना सावधानी बरतने का एक महत्वपूर्ण संदेश भी देती है।
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