जीबीएच मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में अनियमितताएं : 72 घंटे में जांच और भवन सील का वादा, सरकार की मंशा सही है तो जीबीएच में और भी अनियमितताएं आ सकती है सामने

उदयपुर। उदयपुर के ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा ने जीबीएच अमेरिकन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के भवन निर्माण में अनियमितताओं का मुद्दा विधानसभा में उठाया है। इस पर नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने 72 घंटे के भीतर जांच और भवन को सील करने का वादा किया है। इस प्रकार, यदि सरकार की मंशा सही है, तो जीबीएच मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में और भी अनियमितताएं सामने आ सकती हैं और उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। समय-समय पर इस संस्था के खिलाफ शिकायतें हुई हैं, लेकिन इस बार सरकार ने ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया है।

नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने सोमवार को राज्य विधानसभा में घोषणा की कि इस मामले की जांच मुख्य सचिव की निगरानी में उच्च स्तरीय समिति द्वारा की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि संबंधित नगरीय निकाय को बिना स्वीकृति के हुए सभी निर्माण 72 घंटे के अंदर सील करने का निर्देश दिया गया है।

खर्रा ने जानकारी दी कि उदयपुर जिला कलक्टर द्वारा 18 जुलाई 1998 को मैसर्स अमेरिकन इंटरनेशनल हेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड पंजीकृत कंपनी को हॉस्पिटल और डायग्नोस्टिक एवं हेल्थ सेंटर की स्थापना के लिए 99 वर्ष की अवधि के लिए भूमि आवंटित की गई थी। इस भूखंड पर भवन निर्माण की स्वीकृति 4 जुलाई 2014 को जारी की गई थी।

जांच में पाया गया कि स्वीकृति के अतिरिक्त नर्सिंग हॉस्टल में भूतल और आठ तल तथा प्रोफेसर भवन में भूतल और नौ तल का अवैध निर्माण हुआ है। मंत्री ने कहा कि इस अनियमितता को गंभीरता से लिया जाएगा और संबंधित निकाय को अवैध निर्माण को सील करने के निर्देश दिए गए हैं।

बताया गया है कि राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड और महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय के साथ धोखाधड़ी और जालसाजी की शिकायतें भी प्राप्त हुई हैं, जो प्रारंभिक जांच में सत्य प्रतीत होती हैं। इन शिकायतों की भी उच्च स्तरीय समिति द्वारा जांच की जाएगी।

नगरीय विकास मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह प्रकरण नगरीय विकास विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और खनिज विभाग से जुड़ा हुआ है। राज्य सरकार इस मामले की पूरी गंभीरता से जांच करवाएगी और अनियमितताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

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