अंतरराष्ट्रीय पतंग बाज स्वर्गीय अब्दुल मलिक की स्मृति में फतहसागर पर पतंग महोत्सव मनाया गया।

उदय काइट क्लब के सचिव मनोज आंचलिया ने जानकारी दी कि 1999 से स्वर्गीय अब्दुल मलिक ने किस तरह पतंग में नए-नए प्रयोग करके 2011 तक कई आकार प्रकार की पतंगे उड़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम स्थापित किया था। उसके पश्चात उनकी विरासत को सोहेल अहमद और गोलू ने उनकी अनूठी पतंग शैली को बनाए रखा। पानी की एक-एक बूंद अनमोल है पर्यावरण को कैसे बचाए रखें ट्रैफिक नियमों का पालन करें जैसे सकारात्मक उद्देश्यों को लेकर विभिन्न प्रकार की पतंगे उड़कर लोगों को संदेश देने का प्रयास पतंगबाजी से कर रहे हैं।

एक डोर पर 300 पतंग की ट्रेन बनकर जनमानस को अचंभित करने में सारा मलिक, दानिश, सोहेल अहमद राशिद, कलीम, नावेद टीम ने ऑक्टोपस सेव टाइगर की पतंग उड़ाकर आकाश में इंद्रधनुष सा बना दिया 100 फीट का नाग हाई कोर्ट बेंच की पतंग ने भी समारोह को चार चांद लगा दिया अनूठी पतंग बाजी के समारोह का संचालन मनोज आंचलिया ने किया।

About Author
You may also like
-
एसीबी की कार्रवाई में उदयपुर CMHO ऑफिस का अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
-
हिन्दुस्तान ज़िंक लिमिटेड ने की समावेशी भाषा गाइडबुक लॉन्च : सम्मान की भाषा, समानता का सफर, सामाजिक और भावनात्मक दस्तावेज़
-
जंगल के बीच एक जीवनदीप : डॉ. जेके छापरवाल और साथियों की 45 वर्षों की मौन साधना
-
माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली CISF की पहली महिला अधिकारी गीता सामोता को राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने प्रदान किया राष्ट्रपति प्रशंसा पत्र
-
डॉक्टर्स डे : जब जिंदगी ऑपरेशन थिएटर में सांसें गिन रही थी… और एक डॉक्टर ने उम्मीद बचा ली