बाल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी व कार्मिकों को किया सम्मानित, सुरक्षित बचपन से बेहतर भविष्य का निर्माण होता है- न्यायाधीश दवे


उदयपुर। पुलिस महानिरीक्षक, उदयपुर रेंज के दिशा निर्देश अनुसार पुलिस एवं युनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में उदयपुर में रेंज स्तरीय कार्यशाला का आयोजन रिजर्व पुलिस लाइन सभागार में हुआ। पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ़ चिल्ड्रन कार्यक्रम अंतर्गत आयोजित इस कार्यशाला में बाल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी व कार्मिकों का सम्मान किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि कमर्शियल कोर्ट के न्यायाधीश महेन्द्र कुमार दवे ने सम्मानित होने वाले प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उनके प्रयासों की सराहना की और इस क्षेत्र में कार्य करने वाले समस्त अधिकारियों व प्रतिनिधियों को प्रभावी प्रयास करने पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि सुरक्षित बचपन से बेहतर भविष्य का निर्माण होता है और इसके लिए हमारा दायित्व बनता है कि बाल संरक्षण के लिए संवेदनशील होकर कार्य करें। उन्होंने जेजे एक्ट, पॉक्सो एक्ट के प्रावधानों को जानकारी देकर जरूरतमंद बच्चों को सरकार की ओर से दी जाने वाली हरसंभव सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने बाल अपराध पर अंकुश लगाने, पीड़ित बालिकाओं को राहत दिलाने, महिला और बालिका सुरक्षा के लिए विभिन्न कानूनी प्रावधानों और इससे संबंधित निर्धारित प्रपत्रों की जानकारी दी।  उन्होंने बालश्रम और भिक्षावृति की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्य करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण के लिए राजस्थान अन्य राज्यों की तुलना में अच्छा कार्य कर रहा है और इसके लिए संबंधित विभाग और संगठन धन्यवाद के पात्र हैं।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हर्ष कुमार ने रेंज स्तर पर बाल संरक्षण के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने बाल संरक्षण के लिए बच्चों और उनके अभिभावक को जागरूक करने, बेटियों के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण और उन्हें प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन करने, शिक्षा से जोड़ने और उनके लिए सकारात्मक वातावरण तैयार करने की बात कही। कार्यशाला में पुलिस उपाधीक्षक श्रीमती चेतना भाटी ने भी बालश्रम और भिक्षावृति उन्मूलन के साथ महिला एवं बालिका सुरक्षा के क्षेत्र में  किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं के प्रति हमें संवेदनशीलता बरतते हुए उन्हें सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
इनका हुआ सम्मान:
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए यूनिसेफ की बाल संरक्षण सलाहकार सिंधु बिनुजीत ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्हें पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ चिल्ड्रन कार्यक्रम के तहत रेंज स्तर पर संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर रेंज के सभी जिलों में बाल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी कार्मिकों का सम्मान किया गया। इसमें उदयपुर जिले से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितेश मेहता, पुलिस उपाधीक्षक श्रीमती चेतना भाटी, सविना पुलिस थानाधिकारी अजय सिंह राव, पुलिस निरीक्षक श्रीमती दीपिका राठौड़, श्रीमती रेखा और कांस्टेबल सुभाष चंद्र को सम्मानित किया। वहीं चितौड़गढ़ जिले से पुलिस विभाग से नंदलाल, बलवंत सिंह, रमेश चंद्र, नटवर लाल और निर्मल वैष्णव भीलवाड़ा जिले से पुलिस विभाग से कोतवाली थाना के सहायक उप निरीक्षक रसीद मोहम्मद, हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार, सलीम मोहम्मद, और राजसमंद से पुलिस विभाग से उपनिरीक्षक सुश्री सोनाली शर्मा, लक्ष्मण सिंह, कालूराम, श्रीमती सीता ओर कांस्टेबल मोहित एवं सलूंबर जिले से पुलिस विभाग से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बनवारी लाल मीणा, उप निरीक्षक श्रीमती राधा अहीर, एएसआई दौलत सिंह, संत कुमार, सहायक उप निरीक्षक बाल कृष्ण को सम्मानित किया गया। वहीं उदयपुर संभाग में बाल संरक्षण नवाचारों को गति प्रदान करने के लिए यूनिसेफ की संभाग स्तरीय बाल संरक्षण सलाहकार श्रीमती सिंधु बिनुजीत ओर कार्यक्रम सलाहकार आकाश उपाध्याय को सम्मानित किया गया। अंत में पुलिस उपाधीक्षक श्रीमती चेतना भाटी ने सभी का आभार जताया। कार्यक्रम में आरआई गुलाबसिंह व सुनील व्यास का सहयोग रहा।

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