उदयपुर। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में उदयपुर को राष्ट्रीय स्तर पर 13वीं और राजस्थान में तीसरी रैंक मिली है। आंकड़े चकाचौंध कर सकते हैं, पर ज़मीनी हकीकत का आलम कुछ और ही कहानी बयां करता है। नगर निगम और उनके अधिकारी इस ‘उपलब्धि’ पर बधाई के बयानों में डूबे हुए हैं, मगर आम नागरिकों के अनुभव इन आंकड़ों की चमक पर गंदगी की परत बिछा देते हैं।
शहर की गलियों में रात के समय निकलिए, हर नुक्कड़ पर कचरे का ढेर, बदबू और आवारा पशुओं की हलचल दिखेगी। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन नाम मात्र का है। गाड़ी आए न आए, गाने बजते हैं या नहीं, सहायक नीचे उतरता है या नहीं – किसी को कोई पूछने वाला नहीं है। कई इलाकों में तो ऐसा लगता है जैसे निगम की गाड़ी ने मोहल्लों को ‘भुला’ दिया हो।
पब्लिक टॉयलेट की स्थिति भी इन रैंकिंगों का मजाक उड़ाती दिखती है। कई जगह टॉयलेट की साफ-सफाई नहीं होती, नल-पाइप टूटे पड़े हैं और सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय 24 घंटे खुले रहना तो दूर, दिन में भी उपयोग लायक नहीं रहते।
ऐसे में, जब जनता को गंध, अव्यवस्था और उदासीनता का अनुभव हो रहा है, तब नगर निगम की पीठ थपथपाने वाली रैंकिंग समझ से परे लगती है। यह सवाल लाज़मी है — क्या यह रैंकिंग ज़मीनी वास्तविकताओं पर आधारित है या फिर आंकड़ों और PPT प्रजेंटेशन की बाज़ीगरी है?
अब आइए पढ़ते हैं नगर निगम का प्रेस नोट — हूबहू उन्हीं शब्दों में, जैसा उन्होंने जारी किया:
नगर निगम का प्रेस नोट
राष्ट्रीय रैंकिंग में उदयपुर 13वे और राजस्थान में तीसरे स्थान पर।
उदयपुर। उदयपुर ने पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में राष्ट्रीय स्तर पर 13 वीं और राज्य स्तर पर तीसरी रैंक हासिल की है। नगर निगम द्वारा लगातार किए गए नवाचार और जनभागीदारी ने इस शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में अग्रणी बना दिया है। निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने उदयपुर को मिली रैंकिंग पर शहरवासियों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए अगली चुनौती को स्वीकार कर ओर अधिक स्वच्छ कार्य हेतु सहयोग की अपील की है।
एक नई चुनौती से सामना – आयुक्त।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि नगर निगम द्वारा इतिहास रचते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। नगर निगम एवं शहर वासियों के समझ प्रयास से ही यह उपलब्धि मिली है। आयुक्त ने कहा है कि इस उपलब्धि ने हमें एक नई चुनौती की और अग्रसर किया है जिसका मुकाबला हमें मिलकर करना होगा। उदयपुर ने पूरे भारत में 13 स्थान हासिल किया है। अब हमें इस स्वच्छता के कार्य को निरंतर करते हुए और भी अनेक कार्य करने होंगे जिससे यह शहर अगले वर्ष होने वाली सर्वेक्षण में इससे भी अधिक उत्कृष्ट स्थान पर पहुंचने में सफल हो सके।
इन मुख्य कार्यों के चलते उदयपुर पहुंचा अग्रिम स्थान पर।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि निगम द्वारा शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में उच्च पायदान पर पहुंचाने हेतु कई कार्य संपन्न किए गए, जिसमें से प्रमुख रूप से घर-घर कचरा संग्रहण कार्य रहा है। इस कार्य में पिछले वर्ष जहां परिणाम केवल 40% था, वहीं इस वर्ष नगर निगम द्वारा 96 प्रतिशत प्राप्त किए हैं। आयुक्त महोदय द्वारा चलाये गये अभियान नो सेग्रिगेशन नो वेस्ट कलेक्शन के अंतर्गत सोर्स सेग्रिगेशन को 40 प्रतिशत से बढ़ाकर 82 प्रतिशत तक लाया गया। कचरा वैज्ञानिक प्रसंस्करण में निगम को 88%, कचरा मुक्त शहर (GFC) में 3 स्टार का दर्जा, ODF (खुले में शौच मुक्त) का दर्जा आदि कार्यों में निगम ने कई बदलाव करते हुए अपना सफलतम प्रयास कर उदयपुर को उच्च पायदान पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उल्लेखनीय सुधार से पहुंचे सफलता के पायदान पर।
नगर निगम द्वारा अपने मूलभूत कार्यों में उल्लेखनीय सुधार किया गया। निगम आयुक्त एवं उनकी पूरी टीम ने लगन के साथ कार्य करते हुए उदयपुर में सुधार हेतु जन जागरण अभियान चलाएं। इन्हीं अभियानों के परिणाम स्वरूप उदयपुर आज स्वच्छता सर्वेक्षण में उच्च पायदान पर पहुंचा है। घर-घर कचरा संग्रहण में 96% कवरेज के साथ शहर के लगभग सभी घरों से नियमित रूप से कचरा एकत्रित किया जा रहा है। निगम आयुक्त द्वारा चलाए गए अभियान के बाद शहरवासियों द्वारा अपने घरों में गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित किया जा रहा है। 82% स्रोत पर पृथक्करण यह दर्शाता है कि शहर के नागरिक गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग निस्तारण करने के प्रति जागरूक हो चुके हैं। 88% कचरे का वैज्ञानिक प्रसंस्करण न केवल पर्यावरणीय दृष्टि से सराहनीय है, बल्कि यह एक स्थायी स्वच्छता प्रणाली की ओर भी संकेत करता है। कचरा मुक्त शहर GFC में 3 स्टार रेटिंग और खुले में शौच ODF Water+ प्रमाणीकरण प्राप्त करना दर्शाता है कि झीलों की नगरी उदयपुर अब देश के स्वच्छतम और व्यवस्थित शहरों में सम्मिलित है।
निगम आयुक्त की अपील ने बदले परिणाम।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि इस परिणाम के पीछे निगम के पूर्व आयुक्त राम प्रकाश द्वारा प्रारंभ किए गए जन जागरण अभियान का योगदान रहा है। निगमित रूप से पूर्व आयुक्त द्वारा शहरवासियों को निगम को सहयोग हेतु अपील जारी की और शहरवासियों ने भी निगम के सहयोग कर उदयपुर को उच्च स्तर पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आयुक्त ने आईईसी एक्टिविटी के द्वारा स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम, स्वच्छता अपनाओ बीमारी भगाओ कार्यक्रम, सुशासन दिवस तथा डोर टू डोर जागरूकता अभियान, सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालय तथा युरिनल की साफ-सफाई, सिंगल यूज प्लास्टिक बैन जागरूकता अभियान, RRR सेंटर, झील सफाई अभियान, स्वच्छता रैली, शहीद स्मारक व महापुरुषों की प्रतिमाओं की साफ-सफाई तथा ऐतिहासिक धरोहर एवं पर्यटन स्थलों की साफ-सफाई व जागरूकता के कई कार्यक्रम आयोजित किए जिससे उदयपुर में सफाई को लेकर एक आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त हुए।
कार्यों में नवाचार और प्रभावी निरीक्षण के चलते मिले सकारात्मक परिणाम।
निगम टीम ने स्वच्छता के लिए आंदोलन की तरह कार्य किया। प्रतिदिन के कार्यों में कई नवाचार किए गए। प्रभावी निरीक्षण के माध्यम से सभी संपादित होने वाले कार्यों को सही ढंग से संचालित करने हेतु सभी एजेंसियों को पाबंद किया गया। निगम अधिकारियों द्वारा स्मार्ट मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत कार्य किया गया। शहर में निगम के सभी संचालित वाहनों पर जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगवाए गए जिससे घर-घर कचरा संग्रहण वाहनों का सही ढंग से निरीक्षण किया जा सका। इस कार्य से निगम को आशानुरूप परिणाम प्राप्त हुए। डिजिटल वेस्ट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म का प्रभावी उपयोग किया गया। इस कार्य में विभिन्न विद्यालयों, व्यापारिक संस्थाओं, संघों, और स्वयंसेवी संगठनों को जोड़कर जन-सामान्य की भागीदारी सुनिश्चित की गई। स्वच्छता थीम पर आधारित प्रचार-प्रसार, नुक्कड़ नाटक, जागरूकता रैली और पुरस्कार आधारित प्रतिस्पर्धाएं भी परिणामों में सहायक रहीं।
12500 में से 10478 अंक प्राप्त किए उदयपुर ने।
निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में उदयपुर को 12500 में से 10478 अंक प्राप्त हुए। यह अंक निगम द्वारा सम्पादित विभिन्न कार्यों की गुणवत्ता को देखते हुए सर्वेक्षण टीम द्वारा दिए गए। स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी एवं अधिशाषी अभियंता (यांत्रिक) लखन लाल बैरवा, स्वास्थ्य अधिकारी सत्यनारायण शर्मा, स्वास्थ्य निरीक्षक, सभी सेक्टर प्रभारी, जमादार, सफाई कर्मचारी आदि का भी सराहनीय योगदान रहा है।
स्मार्ट सिटी के तहत हुए कार्यों से मिला सहयोग।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में विभिन्न कार्य संपादित करवाए गए, यह कार्य भी रैंकिंग बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुए हैं।
नई चुनौतियों से सामना – खन्ना।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने उदयपुर द्वारा अभी तक के किए गए उत्कर्ष प्रदर्शन पर शहरवासियों को बधाई देते हुए नई चुनौतियों हेतु तैयार रहने के लिए अपील की है। आयुक्त ने कहा कि हमें अब और अधिक अच्छा करने के लिए तैयार रहना होगा। वर्तमान स्थिति को यथावत जारी रखते हुए हमें भविष्य में और क्या अच्छा कर सकते हैं इस हेतु तैयारी अभी से आरंभ करनी होगी। हमें टीम वर्क के साथ पूरा शत-प्रतिशत प्रदर्शन कर उदयपुर को स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में अग्रिम पायदान पर पहुंचाने में अपनी जिम्मेदारी समझते हुए संपादित कार्यों में सहयोग करना होगा।
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