
उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में व्यवसाय प्रशासन विभाग की मेधावी छात्रा शिवानी झाला को प्रो. विजय श्रीमाली गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। यह सम्मान केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रतीक नहीं, बल्कि उस महान शिक्षाविद् को सजीव श्रद्धांजलि है, जिन्होंने अपने विचारों, आचरण और शिक्षण से पीढ़ियों को दिशा दी—प्रो. विजय श्रीमाली।
प्रो. विजय श्रीमाली एक संवेदनशील, अनुशासनप्रिय और मूल्यनिष्ठ शिक्षक थे। उनका व्यक्तित्व सादगी, विद्वता और मानवीय संवेदना का अनुपम संगम था। वे विद्यार्थियों को केवल पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाते थे, बल्कि उन्हें जीवन जीने की दृष्टि देते थे। उनके लिए शिक्षा केवल ज्ञान अर्जन नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण का माध्यम थी। आज भी उनके आदर्श, उनके शब्द और उनका स्नेह व्यवसाय प्रशासन विभाग की अकादमिक संस्कृति में जीवित हैं।
उनके नाम से स्थापित यह गोल्ड मेडल उन मूल्यों की स्मृति है, जिन्हें उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन में जिया और विद्यार्थियों को सौंपा। इस सम्मान को प्राप्त कर शिवानी झाला ने न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता सिद्ध की, बल्कि प्रो. श्रीमाली के आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश भी दिया।
शिवानी झाला ने पाठ्यक्रम में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने के साथ-साथ विभिन्न अकादमिक प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विभाग एवं संस्थान को गौरवान्वित किया है। उनकी यह सफलता सतत परिश्रम, अनुशासन और अकादमिक निष्ठा का परिणाम है।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र श्रीमाली ने भावुक शब्दों में कहा कि प्रो. विजय श्रीमाली जैसे शिक्षक विरले होते हैं, जो संस्थान की आत्मा बन जाते हैं। उन्होंने शिवानी को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान विद्यार्थियों को प्रो. श्रीमाली के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा देता रहेगा।
विभाग के संकाय सदस्यों डॉ. रेनू शर्मा, डॉ. सचिन गुप्ता एवं डॉ. विनोद कुमार मीणा ने भी प्रो. विजय श्रीमाली को श्रद्धापूर्वक स्मरण करते हुए शिवानी झाला को शुभकामनाएं दीं।
यह सम्मान एक छात्रा की उपलब्धि भर नहीं, बल्कि एक महान शिक्षक की अमर स्मृति को नमन है—जो समय के साथ और भी उज्ज्वल होती जा रही है।
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