सबसे ज्यादा ट्रैफिक प्रयोग के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होना चाहिए देहलीगेट चौराहे का नाम, जब तक सिस्टम नहीं सुधरता

उदयपुर। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल के निर्देशन एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन दीपेंद्रसिंह राठौड़ की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें देहली गेट चौराहा को ट्रैफिक सिस्टम मॉडल के रूप में विकसित करने सहित शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने को लेकर विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा की गई। पूर्व में अनुमोदित व निर्देशित कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई।
प्रारंभ में सदस्य सचिव पीडब्ल्यूडी अधीक्षण अभियंता (शहरी) राजीव अग्रवाल ने गत बैठक कार्यवाही एवं अनुपालना रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बिन्दुवार चर्चा की। बैठक में उदयपुर शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार तथा वाहनधारियों की ओर से यातायात नियमों की पालना सुनिश्चित करने के लिए जयपुर की तर्ज पर सेंसरबेस्ड कैमरे लगाने तथा ई-चालान व्यवस्था करने पर चर्चा की गई। गहन चर्चा के पश्चात देहली गेट चौराहा को मॉडल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव लिया गया। एडीएम श्री राठौड़ ने इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर अगली बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
गत बैठक में जिला कलक्टर के निर्देश पर फतहसागर मार्ग पर प्रायोगिक तौर पर की गई पेंसिल डिवाइडिंग की सभी ने सराहना की। इससे यातायात व्यवस्था में सुधार होना बताते हुए उसे नियमित रखने का निर्णय लिया गया। पुलिस उपाधीक्षक यातायात नेत्राराम ने स्वरूप सागर पुलिया से आगे बन रहे बोटलनेक को खोलने की आवश्यकता जताई। इस पर एडीएम ने बोटलनेक खोलने की संभावनाएं तलाशने के लिए संयुक्त निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया। कोर्ट चौराहा पर चेटक सर्कल मार्ग के कॉर्नर पर लगाए पेन्सिल डिवाइडर से अघोषित पार्किंग स्थल विकसित होने की समस्या भी सामने आई। इस पर उक्त पेंसिल डिवाइडर हटवाने का निर्णय लिया।
बैठक में पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता ग्रामीण अनिल गर्ग, जिला परिवहन अधिकारी अनिल सोनी, नगर निगम अधीक्षण अभियंता मुकेश पुजारी, युडीए अधिशासी अभियंता नीरज माथुर, पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता निशा व्यास सहित विभिन्न विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इन पर भी हुई चर्चा
देहली गेट से कोर्ट चौराहा एवं अश्विनी बाजार की तरफ फ्लाईओवर निर्माण के बिन्दू पर नगर निगम ने स्पष्ट किया कि डीपीआर तैयार है तथा उच्च न्यायालय में स्वीकृति के लिए याचिका भी रजिस्टर हो चुकी है, जिस पर सुनवाई 20 अगस्त को प्रस्तावित है। सुखाड़िया तिराहा चौड़ा करने के कार्य के संबंध में नगर निगम आयुक्त ने बताया कि सुखाड़िया समाधि की दीवार पीछे शिफ्ट करने का कार्य हो चुका है। विद्युत ट्रांसफर्मर शिफि्ंटिंग के लिए अजमेर डिस्कॉम को राशि जमा करा दी गई है। निगम के अधीक्षण अभियंता भवानीशंकर शर्मा ने बताया कि आगामी 20 जुलाई तक शिफ्टिंग कर ली जाएगी। राणा प्रताप रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे बाउण्ड्री में स्लीप लेन बनाने के प्रस्ताव पर रेलवे की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं आना बताया। इस पर एडीएम ने अगली बैठक में रेलवे अधिकारियों को बुलाकर चर्चा करने के निर्देश दिए। बैठक में रोडवेज बस स्टैंड की जमीन पर रात्रिकालीन बाजार स्थापित करने की प्रगति की भी जानकारी ली। इसमें सामने आया कि पूर्व में की गई टेण्डर प्रक्रिया असफल रहने पर दोबारा टेण्डर किए गए हैं। इसके अलावा ग्रीन मोबिलिटी जोन प्रोग्राम, सीसारमा से एनएच 8 तक सड़क चौडाईकरण एवं नवीनीकरण सहित अन्य बिन्दुओं पर भी चर्चा की गई।

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