
उदयपुर में मॉक ड्रिल का लाइव पूर्वाभ्यास शुरू – ब्लैकआउट के साथ प्रशासन की तैयारियों की परीक्षा
उदयपुर। बुधवार शाम रात के ठीक 8 बजे जैसे ही शहर की फिजा में सायरन की तेज आवाज गूंजेगी, लोगों को अपने घरों, दुकानों और प्रतिष्ठानों की लाइटें बुझा देनी है। चारों तरफ अंधेरा पसर जाएगा – एक नियोजित ब्लैकआउट। यह कोई संकट नहीं, बल्कि संकट से निपटने की तैयारी है। उदयपुर शहर को आपातकालीन हालातों से निपटने की एक बड़ी परीक्षा से गुजरना है।
केंद्र सरकार के निर्देश पर चल रही मॉक ड्रिल के तहत यह दृश्य साकार होने वाला है। चंद मिनटों के लिए शहर को मानो समय में पीछे लौटना है, – न कोई रोशनी, न कोई शोर। केवल सायरन और सतर्कता। प्रशासनिक अमला पूरी मुस्तैदी के साथ एक्टिव मोड में होगा।
पुलिस और राहत दल अलर्ट मोड में
ब्लैकआउट के दौरान शहर के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस टीमों की तैनाती होगी। सिविल डिफेंस, होम गार्ड और एसडीआरएफ की टीमों ने त्वरित रेस्क्यू और बचाव अभ्यास शुरू किया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां संभावित हादसों की प्रतिक्रिया में जुटीं रहेंगी।
पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल की निगरानी में दस्ते संभावित संवेदनशील क्षेत्रों में पैट्रोलिंग करेंगे। हर मूवमेंट की रिपोर्ट कंट्रोल रूम तक पहुंचाई जाएगी।
अस्पतालों में आपात सेवाएं चालू
ब्लैकआउट के बावजूद शहर के सरकारी व निजी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं पहले से ज्यादा सक्रिय दिखाई देंगी। मेडिकल कॉलेजों के छात्र व स्टाफ अलर्ट रहेंगे। रेस्क्यू टीमें मॉक घायल नागरिकों को स्ट्रेचर पर अस्पताल पहुंचाने का प्रदर्शन करेंगे। चिकित्सा विभाग ने पूरी दक्षता से सहयोग किया।
सायरन के साथ ही सन्नाटा होगा, मगर अंदर सुनाई देगी हलचल
जैसे ही सायरन बजेगा, पूरा शहर थम सा जाएगा। सड़कों पर ट्रैफिक रुक जाएगा, दुकानों के शटर गिरेंगे। लेकिन इस शांत माहौल के पीछे अंदर ही अंदर प्रशासनिक हलचल तेज होगी। कंट्रोल रूम में संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी और कलेक्टर नमित मेहता पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखेंगे।
जनजागरूकता मुख्य कड़ी
शहर भर में एनसीसी, एनएसएस और स्काउट्स की टीमें पहले से नागरिकों को मॉक ड्रिल के प्रति जागरूक केरेंगी। जगह-जगह पोस्टर, ऑडियो संदेश और स्वयंसेवक लोगों को समझाएंगे कि यह केवल अभ्यास है, डरने की कोई जरूरत नहीं।
नेहरू युवा केंद्र और तकनीकी शिक्षा संस्थानों की टीमों ने भी प्रमुख चौराहों पर सेवाएं देंगी।
बीएसएनएल, विद्युत विभाग की अहम होगी सेवाएं
ब्लैकआउट की सफलता में बीएसएनएल द्वारा सायरन और हॉटलाइन संचार व्यवस्था मजबूत की गई है। विद्युत विभाग ने निर्देशानुसार निर्धारित समय पर विद्युत आपूर्ति को आंशिक रूप से रोका जाएगा, और 15 मिनट बाद पुनः बहाल किया जाएगा।
प्रशासन का संदेश: घबराएं नहीं, तैयार रहें
इस मॉक ड्रिल का मकसद किसी को डराना नहीं, बल्कि तैयार करना है। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने फिर दोहराया – “यह केवल एक पूर्वाभ्यास है। प्रशासन की प्राथमिकता आपकी सुरक्षा है। अफवाहों से दूर रहें और जागरूकता के साथ सहयोग करें।”
आपको समझाने के लिहाज से यह रिपोर्ट लाइव लिखी गई है। ब्लैकआउट के बाद विद्युत आपूर्ति बहाल की जाएगी। सभी विभागों ने सफल पूर्वाभ्यास के लिए अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजनी शुरू कर दी है।
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