उदयपुर। उदयपुर की फतहसागर झील में एक युवक चलती बोट से छलांग लगाकर सुसाइड कर लेता है। सवाल ये है कि वो कौन था? कहां से आया था? और सबसे बड़ा सवाल–उसने ये कदम क्यों उठाया?
चलती बोट में बैठकर लाइफ जैकेट पहनना तो समझ आता है, लेकिन फिर उसे खोलकर खुद को झील के हवाले कर देना… ये कौन-सी स्क्रिप्ट का हिस्सा था? क्या उसने कोई आखिरी नोट छोड़ा? क्या किसी को कॉल किया? या फिर ये बस एक आवेग था, जिसे किसी ने नहीं भांपा?
बोट में बैठे टूरिस्ट देखते रह गए, लेकिन क्या किसी ने उससे दो शब्द बात करने की कोशिश की थी? कोई संकेत मिले? क्या हमारे समाज में अवसाद और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर इतनी ही संवेदनहीनता है कि जब कोई मदद मांगता है, तो हम सिर्फ तमाशबीन बने रहते हैं?
पुलिस, सिविल डिफेंस टीम दो घंटे तक तलाशती रही, लेकिन युवक का कुछ अता-पता नहीं। पर सवाल तो ये है कि अगर ये एक आम आदमी नहीं, कोई रसूखदार शख्स होता, तो क्या तब भी सर्च ऑपरेशन अगले दिन सुबह तक टलता?
शहर की सबसे खूबसूरत झील के पानी में छुपे इस राज़ का जवाब कब मिलेगा? और सबसे अहम – क्या इस युवक की पहचान उजागर होगी, या वो हमेशा के लिए फतहसागर की लहरों में खो जाएगा?
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