चंडीगढ़। “अगर इरादे नेक हों और जुनून सच्चा, तो उम्र महज़ एक संख्या बन जाती है।” – यह कथन पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया पर बिल्कुल सटीक बैठता है। राजस्थान की भूमि से निकले कटारिया अब पंजाब की पावन धरा पर ‘युद्ध नशेयां विरुद्ध’ के संकल्प को साकार करने के लिए छह दिवसीय पदयात्रा निकाल रहे हैं।
राजस्थान की मिट्टी से निकला संकल्प, पंजाब में होगा साकार
उदयपुर के राजनीतिक और सामाजिक परिवेश में सक्रिय रहे गुलाबचंद कटारिया हमेशा से अपनी कर्मठता और ईमानदारी के लिए जाने जाते रहे हैं। अब पंजाब के गुरदासपुर और अमृतसर जिलों में 3 से 8 अप्रैल तक चलने वाली यह यात्रा, नशे के खिलाफ एक जन आंदोलन का रूप ले सकती है। कटारिया ने मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित सभी राजनीतिक दलों, विधायकों, और समाज के अन्य प्रमुख व्यक्तियों को इस मुहिम का हिस्सा बनने का न्योता दिया है।
पंजाब का नशे के खिलाफ महासंग्राम
कटारिया ने साफ कहा कि “नशे की समस्या केवल पंजाब की नहीं है, यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है।” उन्होंने बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक कर बताया कि ड्रग्स की तस्करी अब छोटे ड्रोन के जरिए हो रही है, जिससे निपटने के लिए केंद्र से 22 अतिरिक्त एंटी-ड्रोन सिस्टम की स्वीकृति मिल चुकी है।
इस पदयात्रा का विस्तृत कार्यक्रम
3 अप्रैल : करतारपुर साहिब कॉरिडोर से शुरू होकर डेरा बाबा नानक में समाप्त
4 अप्रैल : बदेशा मैरिज पैलेस से एसडी कॉलेज फॉर गर्ल्स, फतेहगढ़ चूड़ियां तक
5 अप्रैल : गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल से गुरु रामदास कॉलेज ऑफ नर्सिंग तक
6 अप्रैल : ऑक्सफोर्ड स्कूल, मझुपुरा से एसबीएस नर्सिंग एंड मेडिकल साइंसेज, चेतनपुरा तक
7 अप्रैल : अमृतसर सर्किट हाउस से महाराजा रणजीत सिंह प्रतिमा, रामबाग गार्डन तक
8 अप्रैल : भंडारी ब्रिज से जलियांवाला बाग तक
यह यात्रा सुबह 7 बजे शुरू होगी और कटारिया स्वयं गांव-गांव जाकर लोगों से संवाद करेंगे और उन्हें नशे के खिलाफ इस आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगे।
राजस्थान से पंजाब तक एक संकल्प
गुलाबचंद कटारिया ने जिस संकल्प के साथ उदयपुर की राजनीति में ईमानदारी की मिसाल कायम की थी, अब वही संकल्प पंजाब में नशे के खिलाफ एक युद्ध का रूप ले रहा है। उदयपुर की कर्मभूमि से पंजाब की धरती तक फैला यह अभियान बताता है कि अगर इरादे बुलंद हों, तो कोई चुनौती असंभव नहीं होती।
नशा हटाओ, पंजाब बचाओ – यही इस यात्रा का संकल्प है!
About Author
You may also like
-
प्रसिद्ध खगोल भौतिक विज्ञानी डॉ. जयंत नार्लीकर का निधन: विज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने वाली आवाज़ शांत हुई
-
प्रोफेसर अली ख़ान महमूदाबाद की गिरफ्तारी…जानिए पूरी कहानी
-
ख़ुफ़िया जानकारी का सौदा : पाकिस्तान के एजेंटों के जाल में फंसे हरियाणा और पंजाब के युवा
-
रक्सौल रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करी की कोशिश नाकाम: चार नाबालिग नेपाली लड़कियाँ बचाई गईं
-
जम्मू-कश्मीर : पुलवामा मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी ढेर, 48 घंटे में दूसरी बड़ी सफलता