उदयपुर में थ्रिलर की एंट्री : 30 करोड़ के ‘धोखे के जाल’ में फंसे फिल्ममेकर विक्रम भट्ट, 7 दिन की रिमांड पर चलेगा असली क्लाइमैक्स!

उदयपुर। जैसे किसी बॉलीवुड क्राइम-थ्रिलर की कहानी हो—वैसा ही नज़ारा सोमवार रात उदयपुर और मुंबई के बीच देखने को मिला।
मुख्य किरदार—बॉलीवुड डायरेक्टर विक्रम भट्ट।
उनकी को-स्टार—पत्नी श्वेतांबरी भट्ट।
और विलेन? पुलिस के मुताबिक—30 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप।

कहानी यहीं से ट्विस्ट लेती है…

सीन 1: मुंबई की रात, पुलिस की ‘एंट्री’

7 दिसंबर। मुंबई के जुहू इलाके में गंगाभवन कॉम्प्लेक्स की लिफ्ट रुकती है।
बाहर निकलती है उदयपुर डीएसपी राजपुरोहित की 6 सदस्यीय टीम—बिलकुल फिल्मी अंदाज़ में।

सिक्योरिटी गार्ड सामने आकर डायलॉग मारते हैं—
“साहब और मैडम घर पर नहीं हैं…”
लेकिन पुलिस का रिटर्न डायलॉग दमदार—
“हमें पूरा सच पता है।”

कुछ ही मिनटों में दोनों गिरफ्तार। कैमरे ऑन। बॉलीवुड स्टाइल ड्रामा शुरू।

 

सीन 2 : ‘लेडी लीड’ का ट्रांसफर शॉट

श्वेतांबरी को महिला अपराध शाखा में ले जाया गया।
विक्रम भट्ट और वो—दोनों लगातार चेहरा छिपाते रहे।
जैसे कोई सुपरहिट फिल्म का नेगेटिव रोल निभा रहे हों।

सीन 3 : उदयपुर कोर्ट—कोर्टरूम ड्रामा

मंगलवार दोपहर ACJM कोर्ट।
टेंशन भरा माहौल।
डायलॉग, बहस, पेपर्स…
और आखिरकार फैसला—
दोनों को 7 दिन की पुलिस रिमांड!

अब असली पूछताछ—‘सीक्वल’ की तरह शुरू होगी।

सीन 4 : कहानी की फ्लैशबैक—धोखाधड़ी का कथित प्लॉट

कहानी शुरू होती है एक इवेंट से—
जहाँ व्यापारी डॉ. अजय मुर्डिया की मुलाकात होती है दिनेश कटारिया से।
कटारिया फिल्मी अंदाज़ में ऑफर देता है—
“आपकी पत्नी की बायोपिक बनाते हैं।”

फिर एंट्री—विक्रम भट्ट की।
स्टूडियो मीटिंग। बात होती है 4 फिल्मों की।
कहानी आगे बढ़ती है—
निवेश 47 करोड़, कमाई 200 करोड़ का वादा…
और ट्रांसफर हो जाते हैं करोड़ों रुपये!

डॉ. मुर्डिया को लगता है—प्लॉट में ट्विस्ट कुछ और है…
और दर्ज हो जाती है FIR—8 लोगों पर 30 करोड़ की धोखाधड़ी।

सीन 5 : सपोर्टिंग रोल में—को-प्रोड्यूसर और वेंडर

को-प्रोड्यूसर महबूब अंसारी—
उनकी जमानत खारिज।
वेंडर संदीप—सशर्त जमानत पर बाहर।

कहानी में हर किरदार का एक अलग रोल।

सीन 6 : आगे क्या?—क्लाइमैक्स अभी बाकी है

रिमांड शुरू। पूछताछ चलेगी।
ट्रांजैक्शन, कॉन्ट्रैक्ट, ईमेल, व्हाट्सएप—हर ‘सीन’ की जांच होगी।

पुलिस का कहना है—“फिल्म अभी खत्म नहीं हुई… सबसे बड़ा खुलासा रिमांड में होगा।”

 

 

 

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