उदयपुर। जिले के झाड़ोल क्षेत्र के ढढावली गांव में सड़क पर गिरे बिजली के तार से संपर्क में आने पर करंट लगने से दो स्कूली बच्चों की मौत हो गई। दोनों बच्चे चचेरे भाई थे।
मिली जानकारी के अनुसार घटना से पहले ढढावली गांव का कमलेश वड़ेरा(15) एवं उसका चचेरा भाई महेंद्र वडेरा(13) गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाई करने के बाद खेत से गुजरते हुए अपने घर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान दोनों बच्चे सड़क पर गिरे बिजली के तार के संपर्क में आ गए, जिसमें करंट प्रभावित हो रहा था। करंट के संपर्क आने पर दोनों को जोरदार करंट लगा और दोनों की मौत हो गई। मौत से पहले उनकी चीख सुनकर आसपास के लोग दौड़कर आए। उन्होंने घटना की जानकारी झाड़ोल थानाधिकारी रतन सिंह को दी, जिन्होंने बिजली की आपूर्ति बंद कराई और शवों को पोस्टमार्टम कराने के लिए अस्पताल भेजा। उन्होंने बताया कि कमलेश कक्षा सात, जबकि महेंद्र कक्षा पांच का विद्यार्थी था।
पंद्रह दिन से टूटा पड़ा था तार
घटना को लेकर ग्रामीणों ने झाड़ोल के उपखंड अधिकारी मणिलाल तीरगर को ज्ञापन सौंपाथा। जिसमें बिजली निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया और मुआवजा दिलाने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि जिस तार की चपेट में बच्चे आए वो पंद्रह दिन पहले गिरा था। जिसकी शिकायत विद्युत निगम के अधिकारियों को की थी लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने इस मामले में लापरवाह बिजली कर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की।
इधर, एसई का कहना—बच्चों ने तार पर रस्सी डाली
इधर, अजमेर विद्युत वितरण निगम प्राइवेट लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता भवानी शंकर शर्मा का कहना है कि दोनों बच्चे खेल रहे थे। खेलते समय जी आई वायर पर कोई रस्सी या तार जैसी चीज फेंकी, जिससे अलग—अलग छोर से दोनों ने पकड़ रखा होगा। यह तार 11 केवी लाइन से टप हो गया था। जिससे दोनों बच्चों को करंट लगा और उनकी मौत होगई।
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