उदयपुर में भारत बंद का असर: बाजारों में सन्नाटा, स्कूलों में बच्चों की कमी, सुरक्षा चाक-चौबंद


उदयपुर। अनुसूचित जाति और जनजाति आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में देशभर के विभिन्न संगठनों द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ का उदयपुर में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। शहर के प्रमुख बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है, जबकि पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।

उदयपुर के धानमंडी, बापू बाजार, शक्ति नगर, और देहली गेट के आसपास के प्रमुख बाजारों में दुकानें बंद रहीं। सुबह के समय कुछ दुकानों ने अपने शटर खोले, लेकिन धीरे-धीरे बंद का असर स्पष्ट दिखाई देने लगा। उदयपुर के प्रमुख बाजार आमतौर पर सुबह 11 बजे के बाद खुलते हैं, लेकिन आज बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। इस दौरान पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।

हालांकि शहर के स्कूल खुले रहे, लेकिन बच्चों की उपस्थिति बहुत कम रही। कई अभिभावकों ने बंद के चलते अपने बच्चों को स्कूल भेजने से परहेज किया, जबकि कुछ बच्चों को स्कूल बसों और ऑटो रिक्शा से जाते देखा गया। स्कूलों की बसों में बच्चों की संख्या सामान्य से कम रही, जो कि बंद के असर का संकेत है।

बंद के दौरान उदयपुर में अस्पताल, मेडिकल शॉप, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है। संविधान बचाओ संघर्ष समिति उदयपुर के बैनर तले पीआर सालवी, बाबूलाल घावरी, आदिवासी नेता सुखसम्पत बागड़ी मीणा, गणेशलाल रायकवाल, भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कुन्दन खोखावत, लाला मेघवाल, रोशन मेघवाल आदि कार्यकर्ताओं ने बंद का समर्थन करते हुए शहरवासियों से सहयोग की अपील की है।

अम्बेडकर सर्किल पर जुटे कार्यकर्ता :
सर्व SC/ST समाज के संगठन डॉ. अम्बेडकर सर्किल (कोर्ट चौराहा) पर एकत्रित हुए और नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया। संगठन के कार्यकर्ता शहर के विभिन्न हिस्सों में एकत्रित होकर बंद को सफल बनाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, बस, टैक्सी, ऑटो, ट्रेवल्स यूनियनों, फल-सब्जी मंडी, स्कूल, कॉलेज एवं श्रमिक संगठनों से बंद में सहयोग की अपील की गई है।

भारत बंद के इस आह्वान का कांग्रेस, बसपा समेत कई राजनीतिक दलों ने समर्थन किया है। बंद बुलाने वाले संगठनों की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट कोटे में कोटा वाले फैसले को वापस ले या पुनर्विचार करें। उदयपुर के कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी के साथ बंद को सफल बनाने के प्रयास जारी हैं।

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