नई दिल्ली। भारत में हालात इस समय कई मोर्चों पर चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। एक ओर राजनीतिक रैली में लापरवाही से कई मासूमों की जान चली गई, तो दूसरी ओर भीषण बारिश ने हैदराबाद से लेकर मुंबई तक जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी में एक नामी संस्थान से जुड़े यौन शोषण केस ने समाज और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आइए नज़र डालते हैं इन तीन बड़ी खबरों पर विस्तार से—
विजय की रैली में भगदड़, 39 मौतें
तमिलनाडु में अभिनेता और नेता बने विजय की रैली में भयावह हादसा सामने आया। जानकारी के अनुसार, रैली स्थल पर उमड़ी भारी भीड़ के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, विजय खुद अपनी रैली में काफी देर से पहुंचे, जिससे भीड़ का दबाव और बढ़ गया। जैसे ही अफरा-तफरी मची, कई लोग कुचल गए और घायल हो गए। हादसे के बाद विजय ने वहां रुककर पीड़ित परिवारों से मिलने या कोई संवेदना जताने के बजाय सीधे चेन्नई रवाना हो गए, जिस पर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
राजनीतिक हलकों और सोशल मीडिया पर इसे लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। पीड़ित परिवारों का कहना है कि जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करना एक सार्वजनिक नेता के लिए उचित नहीं है। प्रशासन ने राहत और मुआवजे का ऐलान किया है, लेकिन लोगों के मन में गुस्सा और सवाल बरकरार हैं।
हैदराबाद और मुंबई में बारिश का कहर
मौसम विभाग ने बताया कि हैदराबाद में इस बार 408% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जिससे कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। भारी बारिश के चलते 1000 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
वहीं, मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में भी बारिश ने जनजीवन ठप कर दिया है। महाराष्ट्र के चार जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं, सड़कें डूबी हुई हैं और लोगों को घरों से बाहर निकलने में भी परेशानी हो रही है।
आपदा प्रबंधन दल और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है। लेकिन जलजमाव, बिजली कटौती और ट्रैफिक जाम ने लोगों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा दी हैं।
श्रीसीम यौन शोषण केस—आरोपी चैतन्यानंद गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे चैतन्यानंद को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को आगरा से पकड़ा गया, जहां उसकी आखिरी लोकेशन ट्रेस की गई थी। फिलहाल उसे वसंतकुंज थाने में पूछताछ के लिए रखा गया है।
यह मामला बेहद संवेदनशील है, क्योंकि आरोपी पर 17 छात्राओं के यौन शोषण का आरोप है। श्रीसीम संस्थान से जुड़े इस घोटाले ने शिक्षा और धार्मिक संस्थानों की आड़ में हो रहे अपराधों की भयावह तस्वीर सामने रखी है।
दिल्ली पुलिस और जांच एजेंसियां इस केस में पीड़िताओं के बयान दर्ज कर रही हैं। समाजिक संगठनों और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस मामले की तेज़ सुनवाई और सख्त सज़ा सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में कोई और छात्रा ऐसी भयावह स्थिति का शिकार न हो।
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