“मोदी का सख्त संदेश : पहलगाम की पीड़ा निजी भी थी, सिंदूर मिटाने वालों को मिट्टी में मिला दिया गया”

नई दिल्ली। सीजफायर लागू होने के 51 घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए पहलगाम आतंकी हमले को देश की आत्मा पर हमला करार दिया। अपने संबोधन में उन्होंने साफ कहा कि भारत ने न केवल अपनी सैन्य क्षमता दिखाई है, बल्कि अद्भुत संयम का परिचय भी दिया है। उन्होंने कहा कि इस हमले का जवाब सीमापार जाकर आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद कर के दिया गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम में जो बर्बरता आतंकियों ने दिखाई, वह सभ्य समाज के लिए शर्मनाक और असहनीय है। बच्चों के सामने उनके माता-पिता को मार देना, निर्दोषों पर गोलियां चलाना – यह आतंक का सबसे वीभत्स चेहरा है।” उन्होंने इसे अपनी निजी पीड़ा बताते हुए कहा कि यह केवल एक आतंकी हमला नहीं था, बल्कि देश की अस्मिता पर आघात था।

मोदी ने आगे कहा कि भारतीय सेनाओं को पूरी छूट दी गई थी, और उन्होंने सीमापार आतंक के ठिकानों को नष्ट कर के दिखाया। “हमने तय किया था कि जो हमारी बहनों-बेटियों का सिंदूर मिटाते हैं, उन्हें हम मिट्टी में मिला देंगे। और हमने वही किया।” इस बयान के साथ उन्होंने आतंक के खिलाफ भारत के अडिग और निर्णायक रुख को रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई केवल सैन्य प्रतिकार नहीं थी, बल्कि यह भारत की भावना, एकता और प्रतिशोध का प्रतीक थी। उन्होंने सेना, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत का हर नागरिक उनका आभारी है।

प्रधानमंत्री के संबोधन के मुख्य बिंदु:

पहलगाम हमले को बताया ‘व्यक्तिगत पीड़ा’

सेना को आतंक के खिलाफ पूरी छूट

सिंदूर मिटाने वालों को ‘मिट्टी में मिलाने’ की चेतावनी

ऑपरेशन के लक्ष्य पूरी तरह हासिल

सेना, वैज्ञानिकों और खुफिया एजेंसियों को सलामी

प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण ना सिर्फ देशवासियों को भरोसा देने वाला था, बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान और आतंक के संरक्षकों के लिए भी एक कठोर संदेश था – कि भारत अब हर हमले का जवाब ‘अपने समय’ और ‘अपने तरीके’ से देगा।

अब पाकिस्तान से बात सिर्फ पीओके और आतंक पर होगी : प्रधानमंत्री

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद सोमवार रात आठ बजे को देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने यह स्पष्ट किया कि पाकिस्तान से अगर बात होगी, तो सिर्फ पीओके पर होगी। इसके अलावा, उन्होंने एक बार फिर अपनी नीति स्पष्ट करते हुए कहा कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।

देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को यह भी बताना चाहूंगा कि हमारी घोषित नीति स्पष्ट रही है। अगर पाकिस्तान से बातचीत होगी तो वह सिर्फ आतंकवाद के बारे में होगी, अगर पाकिस्तान से बातचीत होगी तो वह सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के बारे में होगी।”

उन्होंने कहा कि आज बुद्ध पूर्णिमा है, मानवता को शांति और समृद्धि की ओर बढ़ना चाहिए, ताकि हर भारतीय शांति से रह सके और विकसित भारत के सपने को साकार कर सके। इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना जरूरी है और जरूरत पड़ने पर इस शक्ति का उपयोग करना भी जरूरी है। और पिछले कुछ दिनों में भारत ने ठीक यही किया है।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान को बचना है तो उसे अपने आतंक के ठिकानों को खत्म करना ही होगा। भारत का रुख बिल्कुल स्पष्ट है: आतंक और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते, आतंक और व्यापार एक साथ नहीं रह सकते। पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता।

उन्होंने कहा कि यह युद्ध का युग नहीं है, लेकिन यह आतंकवाद का युग भी नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता की नीति एक बेहतर दुनिया की गारंटी है। आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली पाकिस्तानी सेना और सरकार एक दिन खुद पाकिस्तान को खत्म कर देगी। हम भारत और उसके नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए निर्णायक कदम उठाते रहेंगे। युद्ध के मैदान में हमने हमेशा पाकिस्तान को हराया है और इस बार ऑपरेशन सिंदूर ने एक नया आयाम जोड़ा है।

पीएम मोदी ने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान हमारे ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों की प्रामाणिकता की पुष्टि हुई। आज दुनिया देख रही है कि 21वीं सदी के युद्ध में ‘मेड इन इंडिया’ रक्षा उपकरण किस तरह कारगर साबित हो रहे हैं। आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ हमारी एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है।

हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है : पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ‘राष्ट्र के नाम अपने संबोधन’ में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी सिर्फ स्थगित की गई है। पीएम ने कहा कि हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है। आने वाले दिनों में पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर नापेंगे कि वह क्या रवैया अपनाता है।

 

पीएम मोदी ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी आतंकी गतिविधि पर करारा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ।

उन्होंने कहा कि हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए देश की सेनाओं को खुली छूट दे दी। आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहन-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर, सिर्फ नाम नहीं है, ये देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है।

उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर, न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया।

पीएम मोदी ने कहा कि आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है, लेकिन जब देश एकजुट होता है, नेशन फर्स्ट की भावना से भरा होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है, तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं। परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं।

इस संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था। इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्ट्स उजाड़ दिए। भारत के इन हमलों में 100 से अधिक खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया।

 

पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, भारत ने सीने पर वार किया : पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद सोमवार को देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने सीमा पर वार करने की तैयारी की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया।” उन्होंने कहा कि भारत के ड्रोन और मिसाइलों ने सटीक निशाना साधा और पाकिस्तान के उन प्रमुख एयरबेसों को नुकसान पहुंचाया जो उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण थे। पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई के पैमाने का अंदाजा ही नहीं था।

उन्होंने कहा कि भारत की आक्रामक कार्रवाइयों के बाद पाकिस्तान ने बचने के रास्ते तलाशने शुरू कर दिए और दुनिया से हालात को शांत करने की गुहार लगानी शुरू कर दी। करारी हार का सामना करने के बाद, हताश होकर 10 मई को पाकिस्तान की सेना ने हमारे डीजीएमओ से संपर्क किया। तब तक हम उनके आतंकी ढांचे को काफी हद तक नष्ट कर चुके थे और अनगिनत आतंकियों का सफाया कर चुके थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान गहरी निराशा और हताशा में डूब गया। वह बौखला गया और इसी घबराहट में उसने एक और दुस्साहस करने की हिम्मत की। आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई का समर्थन करने की बजाय, पाकिस्तान ने भारत को ही निशाना बनाना शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों, कॉलेजों, गुरुद्वारों, मंदिरों और आम नागरिकों के घरों को निशाना बनाया। उसने हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया। लेकिन इसमें भी पाकिस्तान की पोल खुल गई। दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं।

उन्होंने आगे कहा कि जब पाकिस्तान ने अपील की और आश्वासन दिया कि वह आगे किसी भी आतंकवादी गतिविधि या सैन्य कारनामे में शामिल नहीं होगा, तो भारत ने इस अनुरोध पर विचार किया।

पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के आतंकवादी और सैन्य ठिकानों पर अपनी जवाबी कार्रवाई को केवल स्थगित किया है। हम पाकिस्तान द्वारा उठाए गए हर कदम का उसके कार्यों के आधार पर मूल्यांकन करेंगे। भारत की सशस्त्र सेनाओं की तीनों शाखाएं, हमारी वायु सेना, थल सेना और नौसेना, साथ ही साथ हमारी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), लगातार अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है।

 

पीएम मोदी ने देश की मां, बहनों, बेटियों को समर्पित किया सेना का पराक्रम

नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि बीते कुछ दिनों में देश का शौर्य और संयम देखने को मिला। उन्होंने यह पराक्रम देश की माताओं, बहनों और बेटियों को समर्पित करते हुए सशस्त्र बलों को सलाम किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “पिछले कुछ दिनों में हम सभी ने अपने देश की शक्ति और संयम दोनों को देखा है। मैं हर भारतीय की ओर से भारत की वीर सेनाओं, हमारे सुरक्षा बलों, हमारी खुफिया एजेंसियों, हमारे वैज्ञानिकों को नमन करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया है। मैं उनकी वीरता, उनके साहस, उनके पराक्रम को आज हमारे देश की हर माता, बहन और बेटी को समर्पित करता हूं।”

पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने जो बर्बरता दिखाई, उसने देश को झकझोर दिया। छुट्टियां मना रहे लोगों को आतंकवादियों ने धर्म पूछकर, उनके परिवार के सामने बेरहमी से मौत के घाट उतारा। इस घटना के बाद हमने आतंकियों को मिट्टी में मिलाने के लिए सेना को पूरी छूट दी।

उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को खत्म करने के लिए हमने भारतीय सशस्त्र बलों को पूर्ण अधिकार दिए हैं। आज हर आतंकवादी और आतंकी संगठन हमारी बेटियों और बहनों की गरिमा और गौरव को नुकसान पहुंचाने की कोशिश के परिणामों को समझता है।

उन्होंने कहा, ” ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक नाम नहीं है। यह देश की सामूहिक भावनाओं और लचीलेपन का एक शक्तिशाली प्रतीक है।”

‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए हमारे बहादुर सैनिकों ने अद्वितीय साहस का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा किए गए इन हमलों में सौ से अधिक खूंखार आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया। पिछले ढाई-तीन दशकों से पाकिस्तान में खुलेआम भारत के खिलाफ साजिश रच रहे कई आतंकी मास्टरमाइंडों को भारत ने एक ही हमले में ढेर कर दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान गहरी निराशा और हताशा में डूब गया। वह बौखला गया और इसी घबराहट में उसने एक और दुस्साहस करने की हिम्मत की। आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई का समर्थन करने की बजाय पाकिस्तान ने भारत को ही निशाना बनाना शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों, कॉलेजों, गुरुद्वारों, मंदिरों और आम नागरिकों के घरों को निशाना बनाया। उसने हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया। लेकिन इसमें भी पाकिस्तान की पोल खुल गई। दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गए।

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