
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के नोश्की ज़िले में शनिवार को हुए एक शक्तिशाली बम धमाके ने सुरक्षा हालात को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। BLA ने 90 सैनिकों के मारने का दावा किया है। वहीं पाकिस्तान ने कहा-पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए, जबकि 32 लोग घायल हुए हैं।
घटना क्वेटा-ताफ्तान आरसीडी हाईवे पर हुई, जहां सुरक्षाबलों का एक काफिला गुजर रहा था। इसी दौरान एक बस के पास ज़ोरदार विस्फोट हुआ, जिससे पूरा इलाका दहल गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाके की आवाज़ कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई।
सरकारी प्रतिक्रिया और सुरक्षा चिंताएँ
संघीय गृह मंत्री मोहसिन नक़वी और बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। हालांकि, मृतकों और घायलों की सही संख्या को लेकर अब भी स्पष्टता नहीं है।
नोश्की पुलिस प्रमुख हाशिम मोहम्मद ने घटना की पुष्टि की, लेकिन विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया। वहीं, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि घायलों में कुछ की हालत गंभीर है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
क्या कहता है सुरक्षा विश्लेषण?
विशेषज्ञों का मानना है कि बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में हालिया वृद्धि चिंता का विषय है। पाकिस्तानी सुरक्षा बल लगातार अलगाववादी संगठनों और चरमपंथी समूहों के निशाने पर रहे हैं।
गृह मंत्री मोहसिन नक़वी ने बयान दिया कि “देश के दुश्मन पाकिस्तान में अस्थिरता फैलाने की साजिश कर रहे हैं।” यह बयान संकेत देता है कि इस हमले के पीछे किन्हीं बाहरी या प्रतिबंधित संगठनों का हाथ हो सकता है।
बलूचिस्तान में बढ़ती अशांति
बलूचिस्तान लंबे समय से अलगाववादी आंदोलनों और चरमपंथी गतिविधियों का केंद्र रहा है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान पहले ही राजनीतिक और आर्थिक संकटों से जूझ रहा है।
इस हमले के पीछे किस संगठन का हाथ है, इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के खिलाफ बढ़ते हमलों ने देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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