किराने के सामान के भुगतान से लेकर स्मार्ट क्लासरूम तक, 20 वर्षों में लचीली इंटरनेट संरचना लचीले भारत की नींव : निक्सी


भारत का इंटरनेट अपने डेटा मार्ग में स्थानीय, विश्वसनीयता में वैश्विक और भविष्य के लिए पूरी तरह तैयार
मूल में निक्‍सी के साथ, इंटरनेट गांव से लेकर वैश्विक बाजार तक ग्रामीण भारत के भविष्य को आकार दे रहा है
देश भर में 77 इंटरनेट एक्सचेंज पॉइंट्स के साथ, निक्सी बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसी सेवाओं तक तेज़, सुरक्षित और सुचारू इंटरनेट पहुँच सुनिश्चित करता है


नई दिल्ली। यूपीआई की बदौलत आज भारत में सब्ज़ियाँ या किराने का सामान खरीदना आसान हो गया है। छोटी दुकानों से लेकर बड़े बाज़ारों तक, लोग अपने फ़ोन पर सिर्फ़ एक टैप से भुगतान कर रहे हैं। यह सिर्फ़ पीछे से चल रही तेज़, सुरक्षित और सुचारू इंटरनेट प्रणाली की वजह से संभव हो पाया है। ऑनलाइन भुगतान, शॉपिंग या बैंकिंग जैसी रोज़मर्रा की चीज़ों के पीछे एक शक्तिशाली डिजिटल आधार है जो देश को जोड़ता है।
जब दुनिया थम गई, इंटरनेट चलता रहा
कोविड-19 महामारी के दौरान जब सब कुछ बंद था, तब इंटरनेट ही था जिसके कारण भारत चलता रहा। डॉक्टरों ने टेलीमेडिसिन के ज़रिए ऑनलाइन मरीजों का इलाज किया। इंटरनेट ने स्वास्थ्य क्षेत्र को मज़बूत बनाए रखने में मदद की, जब शारीरिक संपर्क संभव नहीं था।
इंटरनेट ने भारत में शिक्षा को भी बदल दिया है। ग्रामीण इलाकों में जहाँ स्कूल दूर थे या उपलब्ध नहीं थे, छात्र ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सकते थे, अध्ययन सामग्री प्राप्त कर सकते थे और यहाँ तक कि परीक्षा भी दे सकते थे। इंटरनेट की मदद से, कभी भी और कहीं से भी सीखना संभव हो गया।
इंटरनेट ग्रामीण भविष्य को आकार दे रहा है
इंटरनेट सरकार को ई-गवर्नेंस और स्मार्ट गवर्नेंस के ज़रिए बेहतर काम करने में भी मदद कर रहा है। लोग अब दस्तावेज़ों के लिए आवेदन कर सकते हैं, सरकारी सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं और आसानी से फ़ीडबैक ऑनलाइन साझा कर सकते हैं। इससे समय की बचत होती है और चीज़ें ज़्यादा पारदर्शी बनती हैं। छोटे व्यवसाय के मालिक अपने व्यवसाय शुरू करने, उत्पाद बेचने और दुनिया भर के ग्राहकों तक पहुँचने के लिए इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, यहाँ तक कि गाँवों और छोटे शहरों से भी।
तेज़, सुरक्षित और स्मार्ट इंटरनेट विकसित भारत का आधार है
यह सब दिखाता है कि विकसित राष्ट्र के लिए तेज़, सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट कितना ज़रूरी है। चाहे सीखने की बात हो, कमाई की बात हो या बेहतर जीवन जीने की, इंटरनेट भारत के विकास में बड़ी भूमिका निभाता है। और अब, जब हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 5जी, क्लाउड कंप्यूटिंग और क्वांटम तकनीक के युग में प्रवेश कर रहे हैं, तो हमें और भी मज़बूत समेकित बुनियादी ढांचे की ज़रूरत है।
नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (निक्‍सी), भारत के डिजिटल बदलाव की महत्‍वपूर्ण ताकत
इन सबके केन्द्र में निक्सी है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के तहत भारत का राष्ट्रीय इंटरनेट एक्सचेंज है। 19 जून 2003 को अपनी स्थापना के बाद से, निक्सी ने भारत की इंटरनेट यात्रा का चुपचाप समर्थन किया है, और आज, हम राष्ट्र के प्रति इसकी समर्पित सेवा को पहचान देने के लिए निक्सी दिवस मनाते हैं।
आज, निक्सी पूरे भारत में 77 इंटरनेट एक्सचेंज पॉइंट चलाता है। ये एक्सचेंज पॉइंट सुनिश्चित करते हैं कि घरेलू इंटरनेट ट्रैफ़िक देश के भीतर ही रहे। ट्रैफ़िक को स्थानीय बनाए रखने से सभी को तेज़ गति से, मज़बूत सुरक्षित और सुचारू डिजिटल अनुभव मिलता है।
लेकिन गति से परे, यह विश्वास और विश्वसनीयता की बात है। साइबर खतरों, केबल व्यवधानों या प्राकृतिक आपदाओं के समय में, निक्सी का मजबूत बुनियादी ढांचा भारत को ऑनलाइन और लचीला बनाए रखने में मदद करता है। अपने आईआरआईएनएन डिवीजन के माध्यम से, निक्सी भारत के आईपीवी6 में परिवर्तन का भी नेतृत्व कर रहा है, जो स्मार्ट उपकरणों, बुद्धिमान प्रणालियों और निर्बाध डिजिटल पहुँच से भरे भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। यह लोगों को .आईएन और .भारत जैसे डोमेन नामों के साथ भारतीय भाषाओं में वेबसाइट बनाने में भी मदद करता है, और आईपीवी6 के माध्यम से भविष्य के लिए तैयार इंटरनेट में सहयोग करता है।
निक्सी छोटे इंटरनेट प्रदाताओं की मदद करके और दूरदराज के क्षेत्रों में पहुँच का विस्तार करके इंटरनेट को और अधिक समावेशी बना रहा है। यह प्राकृतिक आपदाओं या साइबर हमलों के दौरान हमारे नेटवर्क को स्थिर भी रखता है। निक्सी सिर्फ़ गति नहीं है, यह भरोसा, सुरक्षा और हर भारतीय को जोड़ता है।
निक्सी के सीईओ डॉ. देवेश त्यागी का कहना है
“जैसा कि हम निक्सी दिवस मनाते हैं, हम मिशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करते हैं। एक लचीला इंटरनेट एक लचीले भारत की नींव है। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत का इंटरनेट अपने डेटा मार्ग में स्थानीय, अपनी विश्वसनीयता में वैश्विक और भविष्य के लिए पूरी तरह से तैयार रहे।”
निक्सी के रोडमैप में शामिल हैं:
स्मार्ट, एआई-संचालित ट्रैफ़िक डेटा मार्ग
कम सुविधा वाले भौगोलिक क्षेत्रों में आपदा-प्रतिरोधी आईएक्सपी
वैश्विक इंटरनेट प्रशासन निकायों के साथ गहन सहयोग
जमीनी स्तर पर समावेशन को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय भाषा का डोमेन अपनाने को बढ़ावा
जैसा कि हम निक्सी दिवस मना रहे हैं, एक सरल प्रश्न पर विचार करना उचित है। हम कितनी बार उन प्रणालियों के बारे में सोचते हैं जो हमें जोड़े रखती हैं, खासकर तब जब बाकी सब कुछ रुक जाता है?
निक्‍सी वह शांत और भरोसेमंद ताकत है। अपने सावधानीपूर्वक बनाए गए ढांचे और लोगों को प्राथमिकता देने वाले दृष्टिकोण के साथ, यह एक ऐसा इंटरनेट बना रहा है जो तेज़, सुरक्षित, अधिक समावेशी और भारत में मजबूती से स्‍थापित है।
यह नए अवसरों को खोल रहा है, डिजिटल अर्थव्यवस्था में भागीदारी को मजबूत कर रहा है और भारत को भविष्य में आत्मविश्वास से भरे कदम उठाने में मदद कर रहा है।
आज आपस में जुड़ी हुई दुनिया में, लचीलापन कोई विलासिता नहीं है। एक बढ़ते राष्ट्र के लिए, यह महत्वाकांक्षा और उपलब्धि के बीच का सेतु है। निक्सी उस सेतु के सबसे महत्वपूर्ण भाग में मजबूती से खड़ा है।

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