
उदयपुर। खान सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS), नॉर्थ वेस्ट ज़ोन के नेतृत्व में और माइंस सेफ्टी एसोसिएशन, उदयपुर रीजन के सहयोग से 49वां खान सुरक्षा सप्ताह 2 से 8 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है। यह सुरक्षा सप्ताह खनन कंपनियों द्वारा सुरक्षित, सतत और तकनीक-आधारित खनन प्रथाओं को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
उदयपुर रीजन के 9 जिलों—उदयपुर, सिरोही, जालौर, राजसमंद, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और चित्तौड़गढ़—में स्थित 400 से अधिक खदानों में सुरक्षा प्रबंधन, श्रमिकों की सुरक्षा-व्यवस्थाएं, मशीनरी संचालन और खनन प्रक्रियाओं का विस्तृत निरीक्षण किया जा रहा है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा जागरूकता बढ़ाना, दुर्घटनाओं को शून्य तक लाना और कंपनियों को सुरक्षित उत्पादन एवं नवीन तकनीकों के उपयोग हेतु प्रेरित करना है।
धूल और गर्मी से सुरक्षा—इस वर्ष की थीम
इस वर्ष सुरक्षा सप्ताह का फोकस “धूल से होने वाली हानि और गर्मी से बचाव के उपाय” है।
कंपनियों को धूल नियंत्रण, वेंटिलेशन, हाइड्रेशन पॉइंट्स, मशीनों की तापीय सुरक्षा और श्रमिकों की हेल्थ मॉनिटरिंग जैसे उपायों को मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह: सभी खनन कंपनियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी
2 नवंबर को DGMS कार्यालय उदयपुर में फ्लैग-ऑफ सेरेमनी का आयोजन हुआ, जिसमें टॉम मैथ्यू, डायरेक्टर माइंस सेफ्टी, विनोद रजक, डायरेक्टर, नॉर्थ वेस्ट ज़ोन, जेपी वर्मा, डायरेक्टर मेकेनिकल, विशाल गोयल, डिप्टी डायरेक्टर की उपस्थिति में कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत हुई। इसमें विभिन्न कंपनियों के मालिक, महाप्रबंधक, एजेंट, खान-प्रबंधक और 13 निरीक्षण टीमों के 50 से अधिक सदस्य शामिल हुए।
समारोह दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुआ और इसके बाद
डीडीएमएस विशाल गोयल ने निरीक्षण प्रक्रिया, मूल्यांकन मानकों और सुरक्षा सप्ताह की संरचना का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। सभी खदानों को 6 श्रेणियों में विभाजित करके पूरे सप्ताह निरीक्षण और स्कोरिंग प्रक्रिया होगी। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को सम्मानित किया जाएगा।
खान सुरक्षा में कंपनियों की भूमिका और प्रतिबद्धता को सराहना
डायरेक्टर माइंस सेफ्टी टॉम मैथ्यू ने खनन कंपनियों से अपील की कि वे सुरक्षा सप्ताह को अधिक सक्रियता के साथ मनाएं और नवीन सुरक्षा उपायों को अपनाएं।
विनोद रजक ने सुरक्षा सप्ताह को “उत्सव की तरह” मनाने पर ज़ोर दिया ताकि हर श्रमिक तक सुरक्षा संदेश प्रभावी रूप से पहुंचे।
जेपी वर्मा ने कहा कि आधुनिक तकनीक, नयी मशीनरी और नवाचार सुरक्षित उत्पादन की कुंजी हैं, और कंपनियों को इसमें अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।
हिंदुस्तान जिंक सहित अग्रणी कंपनियों का सकारात्मक योगदान
इस वर्ष के खान सुरक्षा सप्ताह के संयोजक
जावर माइंस, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के महाप्रबंधक एवं ऑपरेशन हेड राधारमण
ने सभी प्रतिनिधियों को धन्यवाद देते हुए बताया कि खनन कंपनियाँ लगातार सुरक्षित खनन की दिशा में नई तकनीकों, प्रशिक्षण मॉड्यूल्स और सुरक्षा मानकों को अपनाने में अग्रसर हैं।
माइंस सेफ्टी एसोसिएशन ने सुरक्षा सप्ताह को सफल बनाने का संकल्प भी लिया।
निरीक्षण टीमों को हरी झंडी
अंत में सभी अधिकारियों, कंपनियों के प्रतिनिधियों और निरीक्षण टीमों ने सुरक्षा शपथ ली। इसके बाद निरीक्षण टीमों को औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो सप्ताहभर उदयपुर क्षेत्र की खदानों में सुरक्षा-संबंधी मूल्यांकन और जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित करेंगी।
यह पूरा आयोजन इस बात का प्रमाण है कि खनन कंपनियाँ सुरक्षा को प्राथमिकता देती हैं, आधुनिक तकनीकों का उपयोग बढ़ा रही हैं, और शून्य-हानि संचालन मॉडल को लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठा रही हैं। खान सुरक्षा सप्ताह न सिर्फ खानों में सुरक्षा मानकों को मजबूत करता है, बल्कि कंपनियों को सुरक्षित, जिम्मेदार और सतत खनन का उदाहरण भी बनाता है।
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