जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुस्लिमों के खिलाफ बयान की मुखालफ करने वाले बीकानेर बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष उस्मान गनी को गिरफ्तारी के बाद न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। उनकी जमानत अर्जी रद्द कर दी गई। पहले उस्मान गनी को पार्टी से निकाल दिया गया था। उस्मान गनी ने दिल्ली में एक टीवी चैनल के रिपोर्टर से बातचीत करते हुए मोदी के मुस्लिमों के खिलाफ बयान की आलोचना कर दी थी।
चैनल 24 के माहौल क्या है शो करने वाले पत्रकार राजीव रंजन के साथ दिल्ली में सवालों के जवाब में उस्मान गनी ने बोल दिया था कि मुस्लिमों के खिलाफ मोदी का बयान उन्हें अच्छा नहीं लगा। हम कौम में वोट मांगने जाते हैं तो फिर लोगों की बातें सुननी पड़ती है। यह वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में उस्मान गनी को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
दो दिन बाद बीकानेर में उस्मान गनी को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया, इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत नहीं मिली और जेल भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक उस्मानी गनी की गिरफ्तारी थाने में या नाकाबंदी के दौरान पुलिस से उलझने के आरोप में हुई है।बहरहाल इस घटना के बाद उस्मान गनी मीडिया रिपोर्ट्स में छाए हुए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर बीजेपी और उनके नेताओं की आलोचना की जा रही है।ये भी पढ़ें – अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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