यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने कहा है कि व्लादिमिर पुतिन को उनके करीबी ही एक दिन मार डालेंगे। जेलेंस्की का यह बयान रूस-यूक्रेन जंग पर बनी एक डॉक्यूमेंट्री में है। इसका नाम ‘इयर’ है। न्यूजवीक मैगजीन में इस डॉक्यूमेंट्री की जानकारी दी गई है।
रूस और यूक्रेन की जंग पिछले साल 24 फरवरी को शुरू हुई थी। इस दिन रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। दोनों ही देश अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। हाल ही में जेलेंस्की को मदद का भरोसा दिलाने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद कीव पहुंचे थे।
जेलेंस्की ने क्या कहा?
‘न्यूजवीक’ मैगजीन के मुताबिक इस डॉक्यूमेंट्री में जेलेंस्की कहते हैं- वो दिन दूर नहीं, जब पुतिन के करीबी ही उनके खिलाफ काम करने लगेंगे। रूस में उनके खिलाफ आवाज उठेगी। ये ही वो मौका होगा जब पुतिन का ही कोई करीबी उनको कत्ल कर देगा। उन्हें मेरे शब्द याद रखने चाहिए। हालांकि ये दिन कब आएगा? मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता।
जेलेंस्की का यह बयान ऐसे वक्त सामने आया है जब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि पुतिन के कुछ करीबी यूक्रेन और देश की बाकी कुछ नीतियों से खुश नहीं हैं। इनकी नाराजगी यूक्रेन जंग के लंबा खिंचने से और बढ़ती जा रही है।
7 अक्टूबर से पहले मारे जाएंगे पुतिन
यूक्रेन में रह रहे रूस के विपक्षी नेता ल्या पोनोमारेव ने पिछले महीने दावा किया था कि पुतिन का इस साल 7 अक्टूबर के पहले कत्ल कर दिया जाएगा। पुतिन के सख्त विरोधी रहे इस नेता ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति किसी भी सूरत में अपना 71वां जन्मदिन नहीं मना पाएंगे। उनके मुताबिक, पुतिन के कत्ल की साजिश रची जा रही है और उनकी मौत के जिम्मेदार वही लोग होंगे जो उनके काफी करीबी हैं।
इसके पहले वेस्टर्न और खासकर अमेरिकी मीडिया कई बार दावा कर चुका है कि रूसी राष्ट्रपति को कैंसर और पार्किन्सन जैसी गंभीर बीमारियां हैं और वो किसी भी वक्त कोमा में जा सकते हैं। हालांकि रूसी सरकार ने हमेशा इन दावों को खारिज किया है।
कौन हैं ल्या पोनोमारेव?
पोनोमारेव को रूस के सबसे काबिल और जिम्मेदार नेताओं में से एक माना जाता रहा है। 2007 से 2016 तक वो सांसद रहे। उनकी पहचान एक ऐसे सांसद और विपक्षी नेता की रही, जिसने पुतिन की कई गलत नीतियों का हर प्लेटफॉर्म पर विरोध किया।
खास बात यह है कि 2014 में जब रूस ने हमला करके यूक्रेन के एक बड़े हिस्से क्रीमिया पर कब्जा किया तो पोनोमारेव अकेले ऐसे सांसद थे, जिन्होंने संसद में खुलेआम इस कदम का विरोध किया और इसे छोटे देशों का दमन करार दिया।
इसके बाद से ही पुतिन और फौज की आंखों में पोनोमारेव खटकने लगे। उन्हें कई बार गिरफ्तार किया गया और महीनों जेल में रखा गया। 2016 में वो रूस छोड़कर यूक्रेन चले गए और बाद में वहां की नागरिकता हासिल कर ली।
झूठे दावे कर रहे हैं पुतिन
अमेरिकी मैगजीन ‘न्यूजवीक’ को दिए इंटरव्यू में पोनोमारेव ने कई अहम मुद्दों पर तफसील से बात की। कहा- यूक्रेन पर जीत को लेकर रूस गलत दावे कर रहा है। यूक्रेन का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है, जिस पर पुतिन की फौज का 100% कंट्रोल हो। कीव, खेरसॉन और खार्किव में तो उनकी करारी हार हुई।
पोनोमारेव ने कहा- हां, ये बात जरूर है कि पुतिन की पहचान एक ऐसे शख्स के तौर पर रही है जिससे जीत पाना करीब-करीब नामुमकिन माना जाता है। यहां ये भी मानना होगा कि 2022 पुतिन और रूस के लिए खराब साल साबित हुआ। मैंने पहले भी कहा है और आज भी अपनी बात पर कायम हूं कि पुतिन अगला बर्थडे नहीं मना पाएंगे।
पोनोमारेव ने ये भी कहा- मैं चाहता हूं कि नीदरलैंड के द हेग शहर में मैं उनसे मिलूं, लेकिन लगता नहीं है कि अब मुलाकात हो पाएगी। उनके करीबी लोग वहां जाने के पहले ही उनका कत्ल कर देंगे। पोनोमारेव का इशारा ये है कि द हेग में इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में जल्द पुतिन पर वॉर क्राइम का केस चलेगा और वहां उनकी मुलाकात मुमकिन होगी।
रूस में लोकतंत्र जरूरी
पोनोमारेव उन नेताओं में शामिल हैं जो चाहते हैं कि रूस में सही मायनों में लोकतंत्र हो। इसके लिए वो पिछले दिनों कुछ नेताओं से पोलैंड में मिले थे। वो चाहते हैं कि रूस का नया और लोकतांत्रिक संविधान तैयार किया जाए।
पोनोमारेव ने कहा- हम चाहते हैं कि खुद पुतिन लोकतंत्र के लिए पहल करें और इसके लिए रूस के कई उदारवादी नेता उनकी मदद को तैयार हैं। इसके लिए उन्हें सबसे पहले सत्ता छोड़नी होगी और वेस्टर्न कंट्रीज से बातचीत भी करनी होगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो रूस में एक बार फिर खूनी क्रांति होगी।
घर में गिरने की खबर
अमेरिकी अखबार ‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ ने पिछले महीने दावा किया था कि पुतिन अपने घर में गिर गए थे। रिपोर्ट में कहा गया था- रूसी राष्ट्रपति मॉस्को में अपने ऑफिशियल रेजिडेंस की सीढ़ियों से उतर रहे थे। फ्लोर आने के पांच सीढ़ियों पहले उन्होंने कंट्रोल खोया और फिसलते हुए नीचे आ गए। सिक्योरिटी टीम ने उन्हें संभाला। उन्हें कमर के निचले हिस्से में चोट लगी।
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कैंसर की वजह से पुतिन को पेट संबंधी गंभीर दिक्कतें हो चुकी हैं। इस तरह के मरीजों को अकसर पेट में गैस महसूस होती है और गैस के साथ मल निकल जाता है। घटना शायद इसी वजह से हुई।
फरवरी 2022 से इस तरह की रिपोर्ट्स
24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। इसके बाद से कई बार मीडिया में इस तरह के दावे किए गए हैं कि पुतिन को कैंसर और पार्किन्सन जैसी गंभीर बीमारियां हैं।
अक्टूबर में यूक्रेन के अखबार ‘कीव पोस्ट’ ने एक तस्वीर जारी कर दावा किया था कि पुतिन को लगातार सलाइन ड्रिप लगाई जा रही हैं और उनके हाथों पर इसके निशान हैं।
इसके कुछ दिन बाद पुतिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको से मुलाकात की थी। इस दौरान वो मेज के एक सिरे को थामे नजर आए थे। इस बारे में कहा गया था- पुतिन को कैंसर का ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। हालांकि इसके बावजूद उन्हें दर्द रहता है। यही वजह है कि रूसी सरकार से जुड़े कई फैसले फिलहाल टाले जा रहे हैं।
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