फ़ोटो : कमल कुमावत
उदयपुर। उदयपुर की शांत झीलों के बीच जब सदाबहार नगमों की गूंज फिज़ाओं में फैली, तो संगीत प्रेमियों की आत्मा जैसे संगीत के अद्वितीय स्पर्श से झूम उठी। सृजन द स्पार्क संस्था द्वारा आयोजित इस विशेष सांगीतिक संध्या में, बॉलीवुड गायक नितिन मुकेश ने अपनी जादुई आवाज़ से वह समां बांधा, जिसे सुनने वाले बरसों तक याद करेंगे। ओपेरा गार्डन का विशाल प्रांगण उस रात न केवल श्रोताओं से भरा था, बल्कि संगीत और कला की आत्मा से भी ओतप्रोत हो उठा था।
नितिन मुकेश के सुरों ने जैसे हर धुन में जीवन की एक नयी लहर पैदा की। हर गीत मानो एक नई कविता की तरह पेश किया गया—हर शब्द में एक अदृश्य चित्र उभरता और हर सुर में एक नई भावना का उबाल दिखता। “जीना यहाँ, मरना यहाँ” की गहरी भावना से लेकर “सुहाना सफर और ये मौसम हसीं” तक, हर गीत ने एक अलग रंग में रंगी हुई तस्वीर प्रस्तुत की। वह न सिर्फ गायन कर रहे थे, बल्कि संगीत के हर नोट के साथ एक नई कहानी गढ़ रहे थे। यह नितिन मुकेश का हुनर ही था कि उनकी आवाज़ में जैसे उनके पिता मुकेश की सदाबहार धुनें फिर से जीवित हो उठीं।
इस सांगीतिक महफिल का आरंभ राजस्थानी लोक संगीत से हुआ, जिसने मंच पर पहले ही पल से रंग भर दिए। लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों में राजस्थान की मिट्टी की खुशबू और सुरों में जीवन का सरल मगर गहरा संगीत झलक रहा था। उनकी 15 मिनट की प्रस्तुति ने जैसे संगीत को सिर्फ सुना ही नहीं, बल्कि महसूस भी किया।
कार्यक्रम में गायक नितिन मुकेश को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया, लेकिन उनका कहना था कि उनके लिए संगीत ही असली पुरस्कार है। उनकी बातों में संगीत के प्रति उनकी गहरी श्रद्धा और संकल्प साफ झलक रहा था, और यह संगीतमयी यात्रा उनके लिए जीवन का सबसे बड़ा उपहार थी।
इस विशेष आयोजन में संगीत को एक पूजा की तरह मनाया गया। राजस्थान की माटी से जुड़े कलाकारों और समाजसेवियों को भी सम्मानित किया गया, जिनमें पद्मश्री उस्ताद अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन को गज़ल के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाज़ा गया।
सृजन द स्पार्क ने इस आयोजन में न केवल संगीत और कला का जश्न मनाया, बल्कि उसकी जड़ों से जुड़े कलाकारों और समाजसेवियों के योगदान को भी सम्मानित किया। यह रात सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं थी, बल्कि कला और संगीत के सच्चे प्रेमियों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव थी, जिसमें संगीत, कला, और सृजन की ऊर्जा ने एक साथ मिलकर एक नई दिशा दी।
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