जम्मू। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार सुबह जम्मू के कई इलाकों में छापेमारी की। यह कार्रवाई पाकिस्तान से आतंकियों की घुसपैठ के एक नए मामले में महत्वपूर्ण सुराग जुटाने के उद्देश्य से की गई। एनआईए के साथ पुलिस और सीआरपीएफ की टीमें भी इस ऑपरेशन में शामिल रहीं।
कार्रवाई के मुख्य बिंदु:
- छापे का फोकस पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के भारत में घुसपैठ की साजिशों को बेनकाब करना है।
- यह कार्रवाई घाटी में हाल की आतंकी घटनाओं के बाद की गई है, जहां सुरक्षाबलों की सक्रियता पहले ही बढ़ चुकी है।
- जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
पिछली कार्रवाई का संदर्भ:
- 5 अक्टूबर: एनआईए ने 5 राज्यों (महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, असम, और दिल्ली) के 22 स्थानों पर आतंकी साजिश और टेरर फंडिंग के मामलों में छापेमारी की थी।
- 1 अक्टूबर: पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में 11 जगहों पर छानबीन की गई, जिसमें दक्षिण 24 परगना, हावड़ा और कोलकाता शामिल थे।
घटनाओं की पृष्ठभूमि:
हाल ही में घाटी में बढ़ी आतंकी घटनाओं और घुसपैठ की कोशिशों के बाद एनआईए की सक्रियता तेज हो गई है। इससे पहले बारामूला में मौलवी इकबाल भट के घर पर छापेमारी समेत अन्य स्थानों पर सघन जांच की गई थी।
सरकार का संदेश:
एनआईए की इस कार्रवाई से साफ संकेत मिलता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा है। यह कदम देश की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस ऑपरेशन से जुड़ी अन्य जानकारी का इंतजार है। एनआईए का यह अभियान आतंकियों के लिए कड़ा संदेश साबित हो सकता है।
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