जयपुर। राजस्थान सरकार ने रविवार दोपहर पुलिस महकमे में अहम प्रशासनिक फेरबदल करते हुए भारतीय पुलिस सेवा के चार अधिकारियों का तबादला कर दिया। इसके साथ ही छह ट्रेनी आईपीएस अधिकारियों को भी उनकी पहली फील्ड पोस्टिंग दी गई है। इस बदलाव से जयपुर कमिश्नरेट और जोधपुर कमिश्नरेट जैसे बड़े शहरों की पुलिसिंग में नई ऊर्जा आने की उम्मीद जताई जा रही है।
सबसे बड़ा बदलाव जयपुर कमिश्नरेट में देखने को मिला है। यहां जोधपुर कमिश्नरेट में एसीपी पद पर कार्यरत हेमंत कलाल को जयपुर कमिश्नरेट का एडिशनल डीसीपी (ईस्ट) बनाया गया है। इसी तरह पाली जिले में एएसपी पद पर कार्यरत उषा यादव को जयपुर कमिश्नरेट में एसीपी (चौमूं) पद की जिम्मेदारी दी गई है। जयपुर पुलिस आयुक्तालय में इन दोनों अधिकारियों की तैनाती को राजधानी में बढ़ती कानून-व्यवस्था की चुनौतियों से जोड़कर देखा जा रहा है।
इसके अलावा जालोर जिले के सांचौर में तैनात कांबले शरण गोपीनाथ को अलवर शहर में एडिशनल एसपी नियुक्त किया गया है। अलवर को प्रदेश का संवेदनशील जिला माना जाता है, ऐसे में इस जिले में गोपीनाथ की तैनाती को महत्व दिया जा रहा है। वहीं, सीकर जिले के नीमकाथाना में कार्यरत रोशन मीणा को जोधपुर कमिश्नरेट में एडिशनल डीसीपी (वेस्ट) बनाया गया है। जोधपुर, प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है जहां पुलिसिंग को लेकर लगातार दबाव रहता है।
सरकार ने इस अवसर पर छह ट्रेनी आईपीएस अधिकारियों को भी उनकी पहली पोस्टिंग देकर फील्ड अनुभव हासिल करने का अवसर दिया है। इनमें अजय सिंह राठौर, आशिमा वासवानी, पाटिल अभिजीत तुलसीराम, जतिन जैन, माधव उपाध्याय और प्रतीक सिंह शामिल हैं। इन सभी अधिकारियों को अलग-अलग जिलों और रेंज में जिम्मेदारी सौंपी गई है, ताकि वे प्रशिक्षण से बाहर निकलकर वास्तविक पुलिसिंग की बारीकियों को समझ सकें।
राज्य सरकार का मानना है कि समय-समय पर किए जाने वाले इस प्रकार के तबादले पुलिस प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। जयपुर और जोधपुर जैसे बड़े शहरों में हाल के वर्षों में अपराध और कानून-व्यवस्था से जुड़ी घटनाओं में वृद्धि हुई है। ऐसे में नए अधिकारियों की नियुक्ति से पुलिस तंत्र को मजबूती मिलेगी। साथ ही, नए ट्रेनी अफसरों को अलग-अलग परिस्थितियों में काम करने का मौका मिलेगा, जिससे वे भविष्य में बेहतर नेतृत्व प्रदान कर सकें।
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