
मेवाड़। उदयपुर के ऐतिहासिक सिटी पैलेस की हवाओं में एक नई धारा बहने लगी थी, जब मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य, डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने अपने अद्वितीय और प्रेरणादायक कदम से न सिर्फ सिटी पैलेस, बल्कि पूरे दुनिया का ध्यान खींच लिया। बुधवार को यहाँ आयोजित एक विशेष आयोजन में, डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने सोलर लैम्पों से ‘सूर्य’ की सबसे बड़ी आकृति बना कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया। यह केवल एक रिकॉर्ड नहीं था, बल्कि एक समर्पण था—एक प्रतिबद्धता थी, जो उनकी सोच और समाज सेवा की दिशा को दर्शाता था।

सिटी पैलेस के भव्य प्रांगण में सजे लाखों सोलर लैम्पों ने जैसे आसमान को छू लिया हो, और सूर्य की आकृति ने एक नए सूर्योदय का संदेश दिया। यह आकृति एक शक्ति और उम्मीद का प्रतीक बन गई, जो ना केवल उर्जा के संरक्षण की बात करती है, बल्कि समाज के हर वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम भी है। डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने इस अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सौर ऊर्जा से रोशन करना है, ताकि वे बिजली के बिलों से मुक्त हो सकें और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकें।

यह गिनीज रिकॉर्ड डॉ. लक्ष्यराज सिंह का नौवां रिकॉर्ड था, लेकिन इसके पीछे की कहानी और भी गहरी है। पिछले सात वर्षों में उन्होंने समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण, महिला स्वच्छता प्रबंधन, और शिक्षा जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम किया है। मार्च 2019 में उन्होंने तीन लाख से अधिक वस्त्रों का दान कर अपना पहला रिकॉर्ड स्थापित किया था, और इसके बाद एक के बाद एक कई रिकॉर्ड्स स्थापित किए—हर कदम पर समाज के कमजोर वर्गों के लिए कुछ बेहतर करने की उनकी प्रेरणा थी।

डॉ. लक्ष्यराज सिंह का यह मार्गदर्शन सिर्फ एक क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सम्पूर्ण समाज के उत्थान की दिशा में है। उनका मानना है कि हर पहल, हर प्रयास, चाहे वह एक पौधा लगाने की हो, या फिर जरूरतमंदों के बीच स्वच्छता उत्पाद वितरित करने की, वह समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन का बीजारोपण करता है। उनके ‘सूर्योदय अभियान’ के जरिए, लाखों लोग सौर ऊर्जा की शक्ति से अपने घरों को रोशन करने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
सिटी पैलेस में आयोजित इस विशेष आयोजन के दौरान, डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “यह रिकॉर्ड केवल एक संख्या नहीं है, बल्कि यह समाज की बेहतरी की ओर एक कदम है। यह हमें बताता है कि जब हम अपने प्रयासों को सही दिशा में लगाते हैं, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।”
सूर्योदय अभियान ने न सिर्फ एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया, बल्कि यह दुनिया भर में सौर ऊर्जा के महत्व को समझाने का एक सशक्त संदेश भी दिया। अब सिटी पैलेस की वह आंगन, जहां कभी महलों की रौनक हुआ करती थी, वहां एक नई तरह की रोशनी फैली है—वह रोशनी, जो समाज के हर कोने में उम्मीद और आत्मनिर्भरता की किरण ले कर आई है।

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के इस प्रयास ने न केवल सिटी पैलेस को, बल्कि उदयपुर और समग्र मेवाड़ क्षेत्र को एक नई दिशा दी है, जहाँ समाज सेवा और पर्यावरण संरक्षण दोनों का संगम होता है। उनके इस योगदान के साथ, यह कहना उचित होगा कि सिटी पैलेस अब सिर्फ ऐतिहासिक धरोहर नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की एक नई प्रेरणा का केंद्र बन चुका है।
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