आयड़ के किनारों से अतिक्रमण हटाना तो अच्छा है, वेनिस बनाना गुमराह करना होगा, ऐसा कभी नहीं हो पाएगा

Editor’s comment : आयड़ नदी पेटे का नए सिरे से सीमांकन, अतिक्रमण हटाना बहुत अच्छी बात है, लेकिन आयड़ को वेनिस बनाने के नाम पर करोड़ों रुपए पानी में बहाना बहुत गलत होगा। इस तरह की बात करने वाले जनप्रतिनिधियों और अफसरों को गुमराह कर रहे हैं या उनका आयाड़ के आसपास जमीनों में रुचि है। पिछले 20 सालों से आयड़ पर ही बहस चल रही है। मेरा मानना है कि इस मुद्दे पर विकास की अगर कोई संभावना है तो उस पर वार्ड लेवल से लेकर निगम, कलेक्टर, आयुक्त और सीएमओ तक खुली चर्चा होनी चाहिए।

अब यहां से पढ़िए आज की खबर

आयड़ नदी पेटे का नए सिरे से होगा सीमांकन, अतिक्रमण करेंगे चिन्हित
जिला कलक्टर, शहर विधायक और महापौर ने अधिकारियों के साथ किया दौरा
नदी पेटे के दोनों छोर पर अतिक्रमण की शिकायतों पर लिया जायजा
एसडीएम गिर्वा के नेतृत्व में बनेगी कमेटी

उदयपुर। आयड़ नदी पेटे में लगातार अतिक्रमण किए जाने तथा इससे नदी की चौड़ाई सिकुड़ने की शिकायतों पर गुरूवार को जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल, शहर विधायक ताराचंद जैन और महापौर गोविन्दसिंह टांक अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम के साथ निरीक्षण के लिए पहुंचे। पूरे क्षेत्र का पैदल भ्रमण कर जायजा लिया। जिला कलक्टर ने गिर्वा एसडीएम के नेतृत्व में टीम गठित करते हुए नदी पेटे का सीमांकन करने के निर्देश दिए। सीमांकन के आधार पर अग्रिम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।


जिला कलक्टर श्री पोसवाल जनप्रतिनिधियों के साथ गुरूवार सुबह करीब 10.30 बजे आयड़ पुलिया पहुंचे। वहां पुलिया से कच्चे रास्ते पर होते हुए नदी पेटे में उतरे। आमजन ने अवगत कराया कि नदी की चौड़ाई करीब 200 फीट है, लेकिन जगह-जगह लोगों ने अतिक्रमण कर लिए हैं। जिला कलक्टर सहित जनप्रतिनिधियों ने नदी पेटे में पैदल चलते हुए दोनों छोर की स्थिति का जायजा लिया। युडीए और नगर निगम के अधिकारियों से जानकारी ली। इसके पश्चात जिला कलक्टर एवं जनप्रतिनिधि सड़क के दूसरी ओर स्थित आनंद प्लाजा वाली गली में पहुंचे। वहां नदी पेटे में पूर्व में दिए गए निर्देशानुसार सीसी तोड़ कर लाइन मिलाने के निर्देशों की पूर्ण पालना नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों को तत्काल पालना के निर्देश दिए। यहां कुछ क्षेत्रवासियों ने कब्रिस्तान के समीप आवासीय कॉलोनी का रास्ता बंद कर एवं नालियों की पानी निकासी अवरूद्व कर निर्माण कर दिए जाने की शिकायत की। इस पर जिला कलक्टर ने युडीए व निगम अधिकारियों को तत्काल पूरे प्रकरण की पड़ताल कर आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।


इसके पश्चात जिला कलक्टर श्री पोसवाल, विधायक श्री जैन व महापौर श्री टांक पूरी टीम के साथ सुखेर मार्ग से होते हुए पुलां के समीप आयड़ नदी पेटे में पहुंचे। वहां कृष्णपुरा मार्ग पर भी नदी के दोनों छोर की स्थिति का जायजा लिया। यहां भी विधायक जैन सहित आमजन ने दोनों छोर पर भूखण्डधारियों के नदी पेटे में अतिक्रमण किए जाने की शिकायत दी। कलक्टर एवं विधायक ने युडीए की ओर से निर्मित रपट के उस पार पूर्व में किए गए डिमार्केशन पॉइंट को देखा। इस दौरान एसडीएम गिर्वा रिया डाबी, एसीईओ स्मार्ट सिटी छोगाराम देवासी, नगर निगम के अधीक्षण अभियंता मुकेश पुजारी सहित स्मार्ट सिटी लिमिटेड, शहरी विकास प्रन्यास, उदयपुर तथा नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारीगण मौजूद रहे।


एसडीएम के नेतृत्व में बनेगी कमेटी
जिला कलक्टर श्री पोसवाल ने एसडीएम गिर्वा रिया डाबी के नेतृत्व में टीम गठित करने के निर्देश दिए। उक्त टीम आयड़ नदी का पुराने नक्शों के आधार पर नए सिरे से सीमांकन करेगी। जिला कलक्टर ने कहा कि सीमांकन के आधार पर अतिक्रमण चिन्हित कर संबंधितों के खिलाफ आवश्यक एवं उचित कार्यवाही की जाएगी।

About Author

Leave a Reply