
उदयपुर। उदयपुर की गलियों में सोमवार दोपहर एक सिनेमा के दिग्गज का कदम गूंज उठा। महेश भट्ट, जिनकी फिल्में दिलों के तारों को छूती हैं, अपने जीवन की यादों को ताजा करते हुए यहां आए। उनका कहना था कि सिनेमा का पूरा ढांचा बदल गया है, लेकिन इंसान का दिल वही सदियों पुराना है।
54 साल पहले, एक युवा अस्सिटेंट डायरेक्टर के रूप में भट्ट इसी शहर में अपने गुरु, फिल्म डायरेक्टर राज खोसला के साथ काम कर रहे थे। लक्ष्मी विलास होटल (अब द ललित) के उसी कमरे में वे सुबह उन्हें जगाते और कहते, “शूटिंग के लिए चलना है।” आज वही कमरे उन्हें फिर से मिले। बदलाव सिर्फ दीवारों का था, पर यादें वही पुरानी, वही गहरी। राज खोसला ने उस वक्त मेरा गांव मेरा देश फिल्म बनाई थी, जिसमें धर्मेंद्र, विनोद खन्ना, आशा पारेख मुख्य भूमिका में थे।

महेश भट्ट और म्यूजिक डायरेक्टर अनु मलिक उदयपुर आए थे अपनी नई फिल्म ‘तू मेरी पूरी कहानी’ के प्रीमियर के लिए, जो 26 सितंबर 2025 को रिलीज होगी। प्रीमियर और रात के कार्यक्रम में उन्होंने न केवल फिल्म की बातें की, बल्कि उदयपुर से जुड़ी अपनी यादों को भी साझा किया। भट्ट ने बताया कि ‘मेरा गांव मेरा देश’ फिल्म की शूटिंग चीरवा गांव में हुई थी, और वहीं से उनके सिनेमा के सपने शुरू हुए।
अनु मलिक ने इस मौके पर भावनाओं को और भी गहरा किया। उन्होंने साझा किया कि भट्ट साहब के साथ उनके रिश्ते को किसी पिछले जन्म से जोड़ा जा सकता है। फिल्म के पहले गाने को रिकॉर्ड करते समय भट्ट की आंखों में आंसू थे, और उनका गले लगाना बताता था कि सिनेमा सिर्फ कला नहीं, बल्कि दिल का अहसास है।
भट्ट ने कहा, “स्मार्टफोन और नई तकनीक ने सिनेमा का ढांचा बदल दिया, अंदाज बदल गया, लेकिन दिल वही है। जब बात दिल से निकलती है, तो वह दिल तक पहुंचती है।” आज भी उदयपुर में, जहां उनके सपने की शुरुआत हुई थी, नए कलाकारों की नई शुरुआत हो रही है।
फिल्म के प्रीमियर में मुख्य अभिनेत्री हिरण्य ओझा का सम्मान किया गया। उदयपुर के पीवीआर, सेलिब्रेशन मॉल में महेश भट्ट और अनु मलिक के साथ फिल्म की पूरी टीम मौजूद रही। फिल्म में 10 से ज्यादा गाने हैं, जिनमें पापोन, राघव चैतन्य, आनंदी जोशी, विशाल मिश्रा और अनमोल मलिक की आवाज़ शामिल है।
उदयपुर की इस मिट्टी में, जहां महेश भट्ट की सिनेमा यात्रा की शुरुआत हुई थी, आज भी भावनाओं की वही गहराई और यादों का वही रंग मौजूद है। प्रीमियर का संचालन कर रहे मनोज गीतांकर ने कहा-नए कलाकारों के लिए ये शहर केवल लोकेशन नहीं, बल्कि सपनों और दिल की धड़कनों का पर्याय बन चुका है।
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