
चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर व शिक्षक नेता और महिला शिक्षिका का अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। वीडियो में हेडमास्टर और महिला शिक्षक एक-दूसरे के साथ अश्लील हरकतें करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जो स्कूल के सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ है। विभाग ने दोनों को निलंबित कर दिया है।
यह वीडियो गंगरार ब्लॉक के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सालेरा का बताया जा रहा है, जहां हेडमास्टर अरविंद व्यास और महिला शिक्षिका एक निजी कमरे में आपत्तिजनक स्थिति में दिखाई दे रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि अरविंद व्यास, जो इस घटना में आरोपी हैं, वर्तमान में कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हैं और इससे पहले वह शिक्षक संघ के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके हैं।
वीडियो को पहले शिक्षा अधिकारियों के पास ईमेल के जरिए भेजा गया था। यह वीडियो करीब छह मिनट लंबा है और इसके फुटेज पर स्कूल के सीसीटीवी के दिनांक और समय के निशान भी दिखाई दे रहे हैं। यह घटना वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में भारी घमासान मच गया है और इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
शिक्षा विभाग की कार्रवाई
चिंताजनक वीडियो के सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारंभिक शिक्षा, राजेंद्र कुमार शर्मा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दोनों को निलंबित कर दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि वीडियो में दिख रहे दोनों शिक्षकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, अभी तक वीडियो की पूरी पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन इसके वायरल होने के बाद यह मामला शिक्षा विभाग के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
राजनीतिक संदर्भ
यह घटना एक बड़े शिक्षा सम्मेलन के ठीक बाद सामने आई है, जो हाल ही में चित्तौड़गढ़ के सांवलिया जी में हुआ था। सम्मेलन में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर भी शामिल हुए थे। ऐसे में यह वीडियो शिक्षा विभाग और सरकार दोनों के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गया है।
सामाजिक प्रतिक्रिया और भविष्य की कार्रवाई
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है और इस पर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। शिक्षकों के इस प्रकार के व्यवहार ने न केवल शिक्षा जगत को शर्मसार किया है, बल्कि इसने समाज में भी सवाल खड़े कर दिए हैं। शिक्षा विभाग ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
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