बांसवाड़ा में पुलिस निरीक्षक और वकील दलाल रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, एसीबी की बड़ी कार्रवाई

बांसवाड़ा। राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी का शिकंजा कसता जा रहा है। ताजा मामले में बांसवाड़ा जिले के राजतालाब थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक दिलीप सिंह और एक वकील दलाल शरीफ खान को ₹2,50,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) बांसवाड़ा इकाई ने की।

शिकायत से गिरफ्तारी तक का पूरा घटनाक्रम

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ACB को शिकायत मिली थी कि एक परिवादिया और उसके परिवार के खिलाफ पुलिस थाना राजतालाब की ओर से संपत्ति कुर्की की कार्यवाही करते हुए उनके वाहन जब्त किए गए। शेष संपत्तियों और वाहनों को जब्त न करने और भविष्य में कोई कार्रवाई न करने की एवज में पुलिस निरीक्षक दिलीप सिंह द्वारा वकील शरीफ खान के माध्यम से ₹6,50,000 की रिश्वत की मांग की जा रही थी।

ACB ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पहले 22 और 23 अप्रैल 2025 को रिश्वत मांग की पुष्टि की। इस दौरान दलाल शरीफ खान ने ₹3,50,000 की रिश्वत लेने पर सहमति दी और ₹1,00,000 रिश्वत की राशि थाने परिसर में पहले ही प्राप्त की गई।

वकील को रंगे हाथों पकड़ा गया

आज ACB टीम ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री ऋषिकेश मीणा के नेतृत्व में और उप महानिरीक्षक श्री राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरविजन में शेष ₹2,50,000 की रिश्वत राशि लेते हुए वकील शरीफ खान को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह राशि पुलिस निरीक्षक दिलीप सिंह के लिए ली जा रही थी।

प्रारंभिक पूछताछ और सबूतों के आधार पर पुलिस निरीक्षक दिलीप सिंह को भी रिश्वत लेनदेन में संलिप्त पाकर गिरफ्तार कर लिया गया।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में मामले की गहन जांच की जा रही है। एसीबी ने इस पूरे प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान शुरू कर दिया है।

यह मामला इस बात की तस्दीक करता है कि राजस्थान में अब भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आमजन से अवैध रूप से धन वसूलने वाले सरकारी अधिकारी हों या उनके लिए काम करने वाले दलाल—ACB उन्हें बेनकाब करने में पूरी तत्परता दिखा रही है।

 

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