
स्थान : उदयपुर, सुखेर थाना क्षेत्र, न्यू केशवनगर
उदयपुर। 13 दिसंबर की सुबह न्यू केशवनगर निवासी चिराग चौधरी ने पुलिस स्टेशन पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनके घर से एक मिट्टी का गुल्लक, जिसमें 7 लाख रुपये जमा थे, गायब हो गया है। गुल्लक के साथ उनका पर्स और आधार कार्ड भी चोरी हो गया।
घटना के विवरण ने साफ कर दिया कि यह चोरी योजनाबद्ध थी। गुल्लक घर की रसोई के पीछे टूटा हुआ मिला, लेकिन पैसे और अन्य सामान गायब थे। चोरी की यह वारदात किसी बाहरी शख्स ने नहीं, बल्कि घर के अंदर के भरोसेमंद व्यक्ति ने अंजाम दी थी।
जांच और गिरफ्तारी : 24 घंटे में खुला मामला
सुखेर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तुरंत मामले की जांच शुरू की। संदिग्धों की सूची में सबसे पहला नाम चिराग चौधरी के घर काम करने वाली नौकरानी कोमल सालवी (30) का आया।
कोमल सालवी, जो मूलतः बस्सी सलूम्बर की रहने वाली थी और हाल में रूपसागर कॉलोनी में रह रही थी, से सख्ती से पूछताछ की गई। सवालों के जवाब में उसने अपना जुर्म कबूल किया। चोरी का तरीका और उसके पीछे का मकसद सामने आने पर साफ हो गया कि वह लंबे समय से पैसे पर नज़र रखे हुए थी।
चोरी का तरीका : भरोसे को तोड़ने की साजिश
चिराग चौधरी हर दिन अपनी दुकान की कमाई का एक हिस्सा मिट्टी के गुल्लक में जमा करते थे। यह गुल्लक घर में सुरक्षित माना जाता था। लेकिन नौकरानी कोमल ने भरोसे का फायदा उठाया और सही मौके का इंतजार किया।
12 दिसंबर की रात, उसने गुल्लक और पर्स चुराए और रसोई के पीछे गैलेरी में जाकर गुल्लक को तोड़ दिया। वह रकम लेकर फरार हो गई, लेकिन ज्यादा देर तक छिप नहीं सकी।
बरामदगी और पुलिस टीम की कामयाबी
पुलिस टीम, जिसमें थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत, उप निरीक्षक सुनील बिश्नोई, कांस्टेबल ओमप्रकाश, महिला कांस्टेबल गायत्री और साइबर सेल के लोकेश रायकवाल शामिल थे, ने कोमल के घर पर छापा मारा। वहां से सात लाख रुपये और चुराया गया अन्य सामान बरामद कर लिया गया।
इस घटना ने यह दिखा दिया कि कभी-कभी अपराधी कोई बाहरी नहीं, बल्कि घर का ही एक हिस्सा हो सकता है। कोमल सालवी जैसी नौकरानियां, जिन पर घरों की जिम्मेदारी सौंपी जाती है, भरोसे का गलत फायदा उठा सकती हैं।
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