उदयपुर। 2012 बैच के आईएएस अफसर नमित मेहता को उदयपुर का नया कलेक्टर नियुक्त किया गया है। उन्होंने उदयपुर कलेक्ट्री में जल्द ही अपना कार्यभार संभालने की तैयारी शुरू कर दी है। उनकी नियुक्ति से स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि शहर और जिले के प्रशासनिक ढांचे में नए बदलाव और सुधार देखने को मिलेंगे। जनजाति आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी को संभागीय आयुक्त पद पर नियुक्त किया है। TAD कमिश्नर शक्ति सिंह होंगे।
नamit मेहता इससे पहले भीलवाड़ा के कलेक्टर के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं और उनके पास जैसलमेर, बीकानेर और पाली जैसे महत्वपूर्ण जिलों में कलेक्टर के रूप में अनुभव भी है। उनकी कार्यशैली को सरल और सहज बताया जाता है, जो प्रशासनिक कार्यों को त्वरित और प्रभावी ढंग से निपटाने के लिए जानी जाती है।
पूर्व कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल को अब मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में स्थानांतरित किया गया है। पोसवाल का कार्यकाल मेवाड़ क्षेत्र में उदयपुर, राजसमंद और चित्तौड़गढ़ के जिलों में रहा है, जहाँ उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यों का संचालन किया था।
नमित मेहता : एक नायक की कहानी
नमित मेहता जोधपुर के रहने वाले हैं और उनका परिवार प्रशासनिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय रहा है। वे पाली से विधायक रहे माणक मेहता के पोते और आरएफसी में अधिकारी रहे कमल मेहता के बेटे हैं। जोधपुर विश्वविद्यालय से कॉमर्स में पोस्ट ग्रेजुएट करने के बाद, उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में छात्र राजनीति में भी हिस्सा लिया।
नमित ने अपने करियर की शुरुआत चार्टर्ड अकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरी के रूप में की, लेकिन उनकी दृष्टि हमेशा सिविल सेवा में कार्य करने की रही। 2010 में पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 430वीं रैंक हासिल की, लेकिन फिर उन्होंने दूसरा प्रयास किया और 2011 में 13वीं रैंक प्राप्त कर एक मिसाल कायम की। इसके बाद वे 2012 में आईएएस अफसर बने और पहले जैसलमेर, फिर बीकानेर और पाली के कलेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दीं।
अब उनके उदयपुर के कलेक्टर बनने से प्रशासन में नई उर्जा का संचार होने की उम्मीद जताई जा रही है। उनके अनुभव और कार्यशैली से स्थानीय प्रशासन की गति और प्रभावशीलता में सुधार की संभावना है।
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